कक्षा 12 अर्थशास्त्र
सैंपल पेपर – राष्ट्रीय आय लेखांकन (उत्तर सहित)
समय: 3 घंटे | अधिकतम अंक: 80
खंड A – बहुविकल्पीय प्रश्न (प्रत्येक 1 अंक)
1. कौन-सी विधि राष्ट्रीय आय को सभी कारक आयों को जोड़कर मापती है?(1)
आय विधि (Income Method)
2. GNP का पूरा नाम क्या है?(1)
सकल राष्ट्रीय उत्पाद (Gross National Product)
3. व्यय विधि से GDP की गणना का सूत्र क्या है?(1)
GDP = C + I + G + (X – M)
4. निम्न में से कौन आय के परिपत्र प्रवाह (Circular Flow) से बाहर जाने वाली राशि (Leakage) है?(1)
बचत, कर या आयात (कोई एक)
5. सांकेतिक GDP (Nominal GDP) किस मूल्य पर मापा जाता है?(1)
वर्तमान वर्ष के मूल्यों पर।
6. GDP में क्या जोड़ने से GNP प्राप्त होता है?(1)
विदेश से शुद्ध कारक आय (NFIA)
7. ‘अपक्षय’ (Depreciation) क्या है?(1)
पूँजीगत वस्तुओं के मूल्य में गिरावट जो समय, उपयोग या तकनीकी पुरातनता के कारण होती है।
8. GDP डिफ्लेटर क्या मापता है?(1)
यह अर्थव्यवस्था में सामान्य मूल्य स्तर (मुद्रास्फीति) में परिवर्तन को मापता है।
9. तीन क्षेत्रीय मॉडल में कौन-सा नया क्षेत्र जोड़ा गया?(1)
सरकारी क्षेत्र।
10. GDP से कल्याण का अच्छा माप क्यों नहीं मिलता?(1)
क्योंकि यह आय वितरण और पर्यावरणीय क्षति को नहीं दर्शाता।
खंड B – लघु उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 3 अंक)
11. वास्तविक (Real) GDP और सांकेतिक (Nominal) GDP में अंतर बताइए।(3)
| आधार | सांकेतिक GDP | वास्तविक GDP |
|---|---|---|
| मूल्य | वर्तमान वर्ष के मूल्य | आधार वर्ष के मूल्य |
| मुद्रास्फीति का प्रभाव | शामिल | निकाल दिया गया |
| उदाहरण | ₹10,000 (2025 के मूल्य) | ₹8,000 (2020 के मूल्य) |
12. राष्ट्रीय आय मापने की तीन विधियाँ समझाइए।(3)
- उत्पाद विधि: प्रत्येक उद्योग द्वारा जोड़ी गई मूल्य वृद्धि को जोड़ना।
- व्यय विधि: सभी अंतिम खर्चों का योग (C + I + G + (X–M))।
- आय विधि: सभी कारक आयों (वेतन, किराया, ब्याज, लाभ) का योग।
13. कारक लागत (Factor Cost) और बाज़ार मूल्य (Market Price) में अंतर बताइए।(3)
| आधार | कारक लागत | बाज़ार मूल्य |
|---|---|---|
| अर्थ | सभी कारक भुगतान का योग | उपभोक्ताओं द्वारा भुगतान किया गया मूल्य |
| शामिल तत्व | अनुदान (Subsidy) | अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) |
| सूत्र | GDP at FC | GDP at FC + अप्रत्यक्ष कर – अनुदान |
14. दो क्षेत्रीय मॉडल (Two-Sector Model) में आय के परिपत्र प्रवाह की व्याख्या कीजिए।(3)
- परिवार (Households) उत्पादन कारक प्रदान करते हैं और आय प्राप्त करते हैं।
- वे अपनी आय से वस्तुएँ और सेवाएँ खरीदते हैं।
- इस प्रकार कुल आय = कुल उत्पादन = कुल व्यय।
15. भारत में राष्ट्रीय आय आँकड़ों के तीन उपयोग लिखिए।(3)
- सरकार बजट और योजना निर्माण में उपयोग करती है।
- भारतीय रिज़र्व बैंक मौद्रिक नीति निर्धारण में करता है।
- नीति आयोग आर्थिक नीतियों के विश्लेषण में करता है।
खंड C – दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5 या 6 अंक)
16. निम्नलिखित आँकड़ों के आधार पर राष्ट्रीय आय की गणना कीजिए:
वेतन ₹2500, किराया ₹800, ब्याज ₹400, लाभ ₹300, मिश्रित आय ₹500।(5)
वेतन ₹2500, किराया ₹800, ब्याज ₹400, लाभ ₹300, मिश्रित आय ₹500।(5)
आय विधि के अनुसार:
NI = वेतन + किराया + ब्याज + लाभ + मिश्रित आय = 2500 + 800 + 400 + 300 + 500 = ₹4500राष्ट्रीय आय = ₹ 4500
17. GDP को कल्याण के मापक के रूप में पाँच सीमाएँ बताइए।(5)
- आय वितरण की असमानता को नहीं दर्शाता।
- गृहकार्य जैसी गैर-बाज़ारी गतिविधियाँ शामिल नहीं।
- पर्यावरणीय क्षति और प्रदूषण की अनदेखी।
- फुर्सत (Leisure) और जीवन गुणवत्ता को नहीं मापता।
- ग़ैर-कानूनी या भूमिगत अर्थव्यवस्था शामिल नहीं।
18. उत्पाद या मूल्य वर्धित विधि के चरण समझाइए।(5)
- उत्पादक इकाइयों को प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र में वर्गीकृत करना।
- कुल उत्पादन (मात्रा × मूल्य) का अनुमान लगाना।
- मध्यवर्ती उपभोग घटाकर सकल मूल्य वर्धन (GVA) निकालना।
- सभी उद्योगों का GVA जोड़कर GDP at FC प्राप्त करना।
- करों और अनुदानों का समायोजन करके GDP at MP प्राप्त करना।
19. दिए गए आँकड़ों से GDP, GNP और NNP ज्ञात कीजिए:
C = ₹7000, I = ₹1500, G = ₹2300, X = ₹200, M = ₹1000, अपक्षय = ₹500, NFIA = ₹300।(6)
C = ₹7000, I = ₹1500, G = ₹2300, X = ₹200, M = ₹1000, अपक्षय = ₹500, NFIA = ₹300।(6)
GDP = C + I + G + (X – M)
= 7000 + 1500 + 2300 + (200 – 1000) = ₹10,000
GNP = GDP + NFIA = 10,000 + 300 = ₹10,300
NNP = GNP – अपक्षय = 10,300 – 500 = ₹9,800
GDP = ₹10,000, GNP = ₹10,300, NNP = ₹9,800
GNP = GDP + NFIA = 10,000 + 300 = ₹10,300
NNP = GNP – अपक्षय = 10,300 – 500 = ₹9,800
GDP = ₹10,000, GNP = ₹10,300, NNP = ₹9,800
20. राष्ट्रीय आय लेखांकन के आर्थिक नीति निर्धारण में महत्व बताइए।(6)
- योजना निर्माण और बजट निर्धारण में सहायक।
- आर्थिक विकास दर मापने में उपयोगी।
- RBI की मौद्रिक नीति के लिए आवश्यक आँकड़े प्रदान करता है।
- अंतरराष्ट्रीय तुलना में सहायक।
- गरीबी और असमानता की पहचान में मदद करता है।
- सरकारी योजनाओं के मूल्यांकन में सहायक।
— सैंपल पेपर समाप्त —
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