🏛️ कक्षा 12 — इतिहास (पाठ्यक्रम A)
अध्याय 1 : ईंटें, मनके और हड्डियाँ — हड़प्पा सभ्यता
पूर्णांक: 80
समय: 3 घंटे
सामान्य निर्देश:
- सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- उत्तर बिंदुवार और संक्षिप्त लिखें।
- अंक प्रश्न के अनुसार दिये गए हैं।
खंड – A (अति लघु उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का, उत्तर लगभग 20–30 शब्दों में)
प्र.1. हड़प्पा स्थल की खोज सबसे पहले किसने और कब की?
उत्तर: हड़प्पा की खोज दयाराम साहनी ने सन् 1921 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत की थी।
(1 अंक)
प्र.2. हड़प्पावासियों द्वारा कौन-सी मुख्य निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया था?
उत्तर: हड़प्पावासियों ने पकी हुई ईंटों का प्रयोग किया जिनका मानक अनुपात 1:2:4 था।
(1 अंक)
प्र.3. हड़प्पा सभ्यता में कौन-कौन सी प्रमुख फसलें उगाई जाती थीं?
उत्तर: गेहूँ और जौ प्रमुख फसलें थीं।
(1 अंक)
प्र.4. मोहनजोदड़ो में सबसे प्रसिद्ध संरचना कौन-सी थी?
उत्तर: महास्नानागार (Great Bath) — पकी ईंटों से बना एक बड़ा जलाशय।
(1 अंक)
प्र.5. हड़प्पा लिपि अब तक क्यों नहीं पढ़ी जा सकी है?
उत्तर: हड़प्पा लिपि द्विभाषीय लेख या लंबे ग्रंथ के अभाव में अब तक अपठनीय है।
(1 अंक)
खंड – B (लघु उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का, उत्तर लगभग 60–80 शब्दों में)
प्र.6. हड़प्पा नगरों की नगर-योजना की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
- नगर दो भागों में बँटे थे — ऊपरी नगर (दुर्ग) और निचला नगर।
- सड़कें सीधी और समकोण पर काटने वाली थीं।
- मकान पकी ईंटों से बने थे जिनमें आँगन, स्नानघर और कुएँ थे।
- सभी घरों का नाली तंत्र मुख्य नालियों से जुड़ा था।
(3 अंक)
प्र.7. मोहनजोदड़ो के महास्नानागार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
- महास्नानागार दुर्ग क्षेत्र में स्थित था।
- इसे पकी ईंटों, बिटुमिन (डामर) और जिप्सम से जलरोधक बनाया गया था।
- इसमें दोनों ओर सीढ़ियाँ, जल निकास और परिवर्तन कक्ष थे।
- संभवतः यह धार्मिक स्नान या अनुष्ठानों के लिए प्रयोग होता था।
(3 अंक)
प्र.8. हड़प्पावासियों के प्रमुख व्यवसाय कौन-कौन से थे?
उत्तर:
- कृषि – गेहूँ, जौ, कपास, तिल आदि।
- पशुपालन – गाय, भैंस, बकरी, भेड़।
- शिल्प निर्माण – मनका बनाना, मिट्टी के बर्तन, धातु-कार्य।
- व्यापार – देशी व विदेशी (मेसोपोटामिया, ओमान)।
(3 अंक)
प्र.9. हड़प्पा कारीगर किन प्रमुख कच्चे माल का उपयोग करते थे?
उत्तर:
- स्टियाटाइट (Soapstone) – मुहरों के लिए।
- कर्नेलियन (लाल पत्थर) – मनकों के लिए।
- ताँबा व कांसा – औज़ार व आभूषणों के लिए।
(3 अंक)
प्र.10. कौन-से प्रमाण हड़प्पा समाज में सामाजिक असमानता दर्शाते हैं?
उत्तर:
- कब्रों में अलग-अलग कब्र-सामग्री।
- मकानों के आकार – कुछ बड़े, कुछ छोटे।
- स्वर्ण आभूषण केवल कुछ लोगों के पास मिले।
ये सब आर्थिक और सामाजिक भेदभाव को दर्शाते हैं।
(3 अंक)
खंड – C (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का, उत्तर लगभग 120–150 शब्दों में)
प्र.11. हड़प्पा सभ्यता की कृषि व्यवस्था का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
- प्रमुख फसलें थीं – गेहूँ, जौ, मटर, तिल, कपास।
- हल और सिंचाई का प्रयोग किया जाता था।
- इंद्र-घाटी की उपजाऊ मिट्टी कृषि के लिए उपयुक्त थी।
- फसल चक्र और बहुफसली व्यवस्था के प्रमाण मिलते हैं।
- कृषि अधिशेष ने शिल्पकारों और व्यापारियों को सहारा दिया।
(5 अंक)
प्र.12. हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख शिल्प केंद्र कौन-कौन से थे?
उत्तर:
- हड़प्पावासी मनका निर्माण, मिट्टी के बर्तन, शंख-काम, धातु-कला में निपुण थे।
- चन्हूदड़ो – मनका निर्माण का प्रमुख केंद्र; कर्नेलियन और फैयांस का प्रयोग।
- लोथल – गोदाम और गोदी (dockyard) वाला व्यापारिक केंद्र।
- संगठित कार्यशालाएँ और श्रम विभाजन उनके आर्थिक कौशल का प्रमाण हैं।
(5 अंक)
प्र.13. हड़प्पा सभ्यता के व्यापार और विनिमय तंत्र का वर्णन करें।
उत्तर:
- स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार दोनों था।
- वे कच्चा माल (ताँबा, सोना, पत्थर) बाहर से लाते थे।
- मेसोपोटामिया से संबंध — वहाँ “मेलुह्हा” का उल्लेख।
- मुहरें और मानकीकृत बाटें व्यापार नियंत्रित करने के लिए।
- लोथल का गोदाम समुद्री व्यापार का केंद्र था।
(5 अंक)
प्र.14. हड़प्पा सभ्यता के पतन के प्रमुख कारण क्या थे?
उत्तर:
- पर्यावरणीय परिवर्तन — सरस्वती नदी का सूखना, सिंधु में बाढ़।
- वर्षा में कमी, जिससे कृषि प्रभावित हुई।
- भूकंप और भूगर्भीय परिवर्तन।
- व्यापार का टूटना और आर्थिक अव्यवस्था।
- अंततः ग्रामीण जीवन की ओर वापसी (ruralization)।
फिर भी कुछ हड़प्पा परंपराएँ आगे भी जारी रहीं।
(5 अंक)
प्र.15. मोहनजोदड़ो के नगर-नियोजन और नागरिक जीवन की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
- नगर ऊँचे प्लेटफ़ॉर्म पर बना था ताकि बाढ़ से सुरक्षा रहे।
- ग्रिड योजना में सीधी सड़कों का जाल।
- उन्नत नाली प्रणाली — हर घर जुड़ा हुआ था।
- सार्वजनिक भवन – ग्रेनरी, महास्नानागार।
- कुएँ, स्नानघर, वेंटिलेशन युक्त मकान।
ये सब उच्च शहरी प्रशासन और नागरिक चेतना के प्रतीक हैं।
(5 अंक)
खंड – D (स्रोत आधारित प्रश्न)
(4 अंक)
प्र.16. नीचे दिया गया अंश पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए —
“ईंटों, बाटों और नगर योजनाओं का मानकीकरण इस बात का संकेत है कि हड़प्पा समाज में किसी प्रकार की सत्ता या शासन व्यवस्था विद्यमान थी। फिर भी राजाओं या महलों का कोई प्रमाण नहीं मिला है।”
(क) यहाँ ‘मानकीकरण’ से क्या अभिप्राय है?
(ख) इतिहासकार इस समानता से क्या निष्कर्ष निकालते हैं?
(ग) हड़प्पा संस्कृति में शासक की पहचान क्यों कठिन है?
उत्तर:
(क) मानकीकरण का अर्थ है — ईंटों, बाटों व नगर योजना का समान आकार और नियमों से निर्माण।
(ख) इससे पता चलता है कि एक संगठित और केंद्रीकृत सत्ता मौजूद थी।
(ग) महल, शिलालेख या राजकबरें न मिलने से शासक की पहचान कठिन है।
(4 अंक)
खंड – E (मानचित्र प्रश्न)
(6 अंक)
प्र.17. भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित हड़प्पा स्थलों को अंकित कीजिए —
(a) हड़प्पा
(b) मोहनजोदड़ो
(c) धोलावीरा
(d) लोथल
(e) कालीबंगन
(f) राखीगढ़ी
उत्तर (मानचित्र विवरण):
- हड़प्पा – पंजाब (पाकिस्तान), रावी नदी के किनारे।
- मोहनजोदड़ो – सिंध (पाकिस्तान), सिंधु नदी के किनारे।
- धोलावीरा – कच्छ (गुजरात)।
- लोथल – खंभात की खाड़ी (गुजरात)।
- कालीबंगन – राजस्थान, घग्घर नदी किनारे।
- राखीगढ़ी – हरियाणा।
(6 अंक)
खंड – F (मूल्याधारित / विश्लेषणात्मक प्रश्न)
(8 अंक)
प्र.18.
“हड़प्पा सभ्यता अपने नगर संगठन और सामाजिक अनुशासन के लिए अद्भुत थी।”
इस कथन की पुष्टि उपयुक्त उदाहरणों सहित कीजिए।
उत्तर:
- नगर संगठन – सुव्यवस्थित सड़कें, दुर्ग व निचला नगर, महास्नानागार, अनाजघर।
- स्वच्छता प्रणाली – ढकी नालियाँ, सार्वजनिक कुएँ, स्नानघर।
- आर्थिक अनुशासन – मानकीकृत बाट, व्यापार नियंत्रण, शिल्प विभाजन।
- सामाजिक अनुशासन – समान मकान, सीमित वैभव, शांतिपूर्ण समाज।
- संगठित प्रशासन – किसी राजा का प्रमाण नहीं, फिर भी व्यवस्था कायम।
अतः यह स्पष्ट है कि हड़प्पावासी उच्च शहरी संस्कृति और सामूहिक अनुशासन के प्रतीक थे।
(8 अंक)
✅ अंक वितरण सारांश (80 अंक)
| खंड | प्रश्न प्रकार | प्रति प्रश्न अंक | कुल अंक |
|---|---|---|---|
| A | अति लघु उत्तरीय | 1 | 5 |
| B | लघु उत्तरीय | 3 | 15 |
| C | दीर्घ उत्तरीय | 5 | 25 |
| D | स्रोत आधारित | 4 | 4 |
| E | मानचित्र प्रश्न | 6 | 6 |
| F | विश्लेषणात्मक / मूल्याधारित | 8 | 8 |
| कुल (सिद्धांत) | 63 | ||
| आंतरिक मूल्यांकन (प्रोजेक्ट + मौखिक परीक्षा) | 17 | ||
| कुल योग | 80 अंक |
