🟩 कक्षा 11 – राजनीतिक विज्ञान (Course B)
अध्याय 3 – योजना बद्ध विकास की राजनीति
पूर्णांक – 40 | समय – 1 घंटा 30 मिनट
🧩 सामान्य निर्देश:
- सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- प्रश्नों के अंक उनके सामने लिखे हैं।
- उत्तर संक्षिप्त और बिंदुवार लिखें।
- उदाहरण देने की आवश्यकता होने पर दें।
खंड – A (अति लघु उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 1 अंक)
प्रश्न 1. योजना आयोग की स्थापना कब हुई?
उत्तर: 1950
प्रश्न 2. योजना आयोग के पहले अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर: पंडित जवाहरलाल नेहरू
प्रश्न 3. दूसरा पंचवर्षीय योजना किस मॉडल पर आधारित था?
उत्तर: महलानोबिस मॉडल
प्रश्न 4. किस योजना में मुख्य रूप से कृषि और सिंचाई पर ध्यान दिया गया?
उत्तर: पहला पंचवर्षीय योजना (1951–1956)
प्रश्न 5. हरित क्रांति का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर: खाद्य उत्पादन बढ़ाना और खाद्य आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना।
प्रश्न 6. पाँचवे पंचवर्षीय योजना का मुख्य नारा क्या था?
उत्तर: “गरीबी हटाओ”
प्रश्न 7. दूसरा योजना अवधि में स्थापित कोई प्रमुख औद्योगिक परियोजना बताइए।
उत्तर: भिलाई स्टील प्लांट (अन्य: राउरकेला, दुर्गापुर)
प्रश्न 8. “मिश्रित अर्थव्यवस्था” का अर्थ क्या है?
उत्तर: ऐसी अर्थव्यवस्था जिसमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों मौजूद हों।
खंड – B (लघु उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 2 अंक)
प्रश्न 9. स्वतंत्रता के बाद भारत में योजना बद्ध विकास की आवश्यकता क्यों थी?
उत्तर:
- अर्थव्यवस्था पिछड़ी हुई थी, कृषि कमजोर और उद्योग सीमित।
- गरीबी, बेरोजगारी और असमानता दूर करने के लिए आवश्यक।
- योजना से संसाधनों का कुशल उपयोग और संतुलित विकास सुनिश्चित हुआ।
प्रश्न 10. भारत में योजना के दो उद्देश्य लिखिए।
उत्तर:
- आर्थिक विकास और आधुनिकीकरण।
- असमानता कम करना और रोजगार सृजन।
प्रश्न 11. योजना आयोग की भूमिका बताइए।
उत्तर:
- पंचवर्षीय योजनाएँ तैयार करना।
- संसाधनों और प्राथमिकताओं का आकलन करना।
- विकास कार्यक्रमों की निगरानी।
- राष्ट्रीय आर्थिक रणनीति का मार्गदर्शन।
प्रश्न 12. पहले पंचवर्षीय योजना की मुख्य उपलब्धियाँ लिखिए।
उत्तर:
- कृषि और सिंचाई पर ध्यान।
- सामुदायिक विकास कार्यक्रम शुरू।
- राष्ट्रीय आय 3.6% बढ़ी, लक्ष्य 2.1% से अधिक।
- भविष्य के औद्योगिक विकास के लिए आधार तैयार।
प्रश्न 13. भारत की योजना बद्ध विकास की दो सीमाएँ बताइए।
उत्तर:
- गरीबी और असमानता बनी रही।
- नौकरशाही में अक्षम्यता और क्षेत्रीय असमानताएँ।
प्रश्न 14. लोकतांत्रिक राजनीति ने भारत की योजना पर कैसे प्रभाव डाला?
उत्तर:
- लोकतांत्रिक ढांचे में संतुलित विकास और सामाजिक न्याय सुनिश्चित।
- नागरिकों की भागीदारी को बढ़ावा।
- मिश्रित अर्थव्यवस्था ने विकास और न्याय दोनों सुनिश्चित किए।
खंड – C (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 4 अंक)
प्रश्न 15. दूसरा और तीसरा पंचवर्षीय योजना का मुख्य फोकस बताइए।
उत्तर:
- दूसरा योजना (1956–61): औद्योगिकीकरण, भारी उद्योग, सार्वजनिक क्षेत्र नेतृत्व, स्टील प्लांट स्थापना, महलानोबिस मॉडल।
- तीसरा योजना (1961–66): खाद्य आत्मनिर्भरता, कृषि और उद्योग पर ध्यान; युद्ध, सूखा और विदेशी मुद्रा संकट के कारण लक्ष्य पूरे नहीं हुए।
प्रश्न 16. योजना को लेकर राजनीतिक बहसें बताइए।
उत्तर:
- राज्य बनाम बाजार: संसाधनों पर राज्य नियंत्रण या निजी पहल का विवाद।
- सार्वजनिक बनाम निजी क्षेत्र: सार्वजनिक क्षेत्र की अक्षमता बनाम निजी क्षेत्र की स्वतंत्रता।
- केंद्र–राज्य संबंध: केंद्रीकृत योजना और राज्यों की मांगों में टकराव।
- गरीबी और असमानता: आलोचना कि योजना अमीर और शहरी वर्ग को अधिक लाभ पहुंचाती हैं।
प्रश्न 17. हरित क्रांति क्या थी और इसके परिणाम लिखिए।
उत्तर:
- परिभाषा: उच्च उपज वाली फसलों, उर्वरक और सिंचाई का उपयोग कर कृषि में सुधार (1960 का दशक)।
- परिणाम:
- खाद्य उत्पादन बढ़ा, आत्मनिर्भरता।
- लाभार्थी: पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी।
- हानियाँ: क्षेत्रीय असमानता, सामाजिक असमानता, पर्यावरणीय समस्याएँ।
प्रश्न 18. भारत की योजना बद्ध विकास की उपलब्धियाँ और सीमाएँ लिखिए।
उत्तर:
उपलब्धियाँ:
- आर्थिक विकास और औद्योगिकीकरण।
- खाद्य आत्मनिर्भरता (हरित क्रांति)।
- लोकतांत्रिक संस्थाओं और नीति ढांचे को मजबूत किया।
- सामाजिक कल्याण और रोजगार कार्यक्रम।
सीमाएँ:
- कुछ समय में धीमी वृद्धि।
- गरीबी बनी रही।
- क्षेत्रीय और सामाजिक असमानताएँ।
- नौकरशाही की अक्षमता और पर्यावरणीय नुकसान।
खंड – D (निबंधात्मक प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 6 अंक)
प्रश्न 19. लोकतांत्रिक राजनीति ने भारत की योजना को कैसे आकार दिया?
उत्तर:
- योजनाएँ समावेशी विकास के लिए लोकतंत्र में बनाई गईं।
- सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के माध्यम से नागरिकों की भागीदारी।
- आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय का संतुलन।
- राजनीतिक जवाबदेही ने प्राथमिकताओं और कार्यान्वयन को प्रभावित किया।
निष्कर्ष: लोकतांत्रिक राजनीति ने योजना के विकास और न्याय दोनों पहलुओं को सुनिश्चित किया।
प्रश्न 20. भारत की योजना की दृष्टि समय के साथ कैसे बदल गई?
उत्तर:
- 1950–70: राज्य नेतृत्व में विकास, मिश्रित अर्थव्यवस्था, सार्वजनिक क्षेत्र, हरित क्रांति।
- 1980–90: दक्षता और निजी क्षेत्र पर ध्यान।
- 1991: आर्थिक सुधार, वैश्वीकरण, बाजार आधारित विकास।
- वर्तमान: नीति आयोग – सहकारी संघवाद, रणनीतिक योजना, सहभागी विकास।
निष्कर्ष: भारत ने समय के अनुसार योजना मॉडल को अनुकूलित किया, विकास और सामाजिक न्याय में संतुलन बनाए रखा।
✅ पूर्णांक वितरण सारणी
| खंड | प्रश्न का प्रकार | प्रश्न संख्या | प्रत्येक प्रश्न के अंक | कुल अंक |
|---|---|---|---|---|
| A | अति लघु उत्तर | 8 | 1 | 8 |
| B | लघु उत्तर | 6 | 2 | 12 |
| C | दीर्घ उत्तर | 4 | 4 | 16 |
| D | निबंधात्मक | 2 | 6 | 12 |
| कुल | — | 20 | — | 40 |
