🟩 राजनीति विज्ञान – कक्षा 11 (Course B)
अध्याय 2 – एक दल के प्रभुत्व का दौर
पूर्णांक – 40 | समय – 1 घंटा 30 मिनट
🧩 सामान्य निर्देश:
- सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- अंक प्रश्नों के सामने दिए गए हैं।
- उत्तर संक्षिप्त और बिंदुवार लिखें।
- जहाँ आवश्यक हो, उदाहरण दें।
खंड – A (अति लघु उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का)
प्रश्न 1. स्वतंत्रता के बाद भारतीय राजनीति में कौन-सा दल प्रमुख था?
उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)।
प्रश्न 2. भारत में पहला आम चुनाव कब हुआ था?
उत्तर: 1952 में।
प्रश्न 3. स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?
उत्तर: पंडित जवाहरलाल नेहरू।
प्रश्न 4. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में कौन-सा दल स्थापित किया?
उत्तर: भारतीय जनसंघ (BJS)।
प्रश्न 5. किस साम्यवादी दल ने पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनाई और किस राज्य में?
उत्तर: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने 1957 में केरल में।
प्रश्न 6. कांग्रेस का विभाजन कांग्रेस (O) और कांग्रेस (I) में कब हुआ?
उत्तर: 1969 में।
प्रश्न 7. भारतीय जनसंघ की मुख्य विचारधारा क्या थी?
उत्तर: भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना और भारतीय संस्कृति व एकता को बढ़ावा देना।
प्रश्न 8. किस चुनाव को कांग्रेस के प्रभुत्व के अंत की शुरुआत माना जाता है?
उत्तर: 1967 के आम चुनाव।
खंड – B (लघु उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का)
प्रश्न 9. स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस के प्रभुत्व के दो प्रमुख कारण बताइए।
उत्तर:
- कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया, जिससे जनता में विश्वास था।
- यह दल समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करता था — किसान, मजदूर, व्यापारी आदि।
प्रश्न 10. स्वतंत्रता के बाद लोकतंत्र स्थापित करने में कौन-सी चुनौतियाँ थीं?
उत्तर:
- भारत की सामाजिक, भाषाई और धार्मिक विविधता।
- जनता में राजनीतिक जागरूकता और शिक्षा की कमी।
- निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराना एक नई चुनौती थी।
प्रश्न 11. विपक्षी दलों ने कांग्रेस प्रभुत्व के दौरान क्या भूमिका निभाई?
उत्तर:
- उन्होंने कांग्रेस की नीतियों पर सवाल उठाकर लोकतंत्र को सशक्त किया।
- संसद और राज्यों में उत्तरदायित्व और प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ाया।
प्रश्न 12. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की दो विचारधाराएँ लिखिए।
उत्तर:
- मार्क्सवाद और वर्ग संघर्ष में विश्वास।
- मजदूरों और किसानों के हितों की रक्षा के लिए समाजवाद को अपनाना।
प्रश्न 13. भारतीय जनसंघ और कांग्रेस की राजनीतिक दृष्टि में क्या अंतर था?
उत्तर:
- जनसंघ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और हिंदू एकता पर बल देता था।
- कांग्रेस धर्मनिरपेक्षता और बहुलतावाद की नीति पर आधारित थी।
प्रश्न 14. “छत्र संगठन” (Umbrella Organisation) से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
ऐसा संगठन जो विभिन्न विचारधाराओं और समूहों को एक साथ लाता है — जैसे कांग्रेस में समाजवादी, गांधीवादी और उदारवादी सभी शामिल थे।
खंड – C (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 4 अंक का)
प्रश्न 15. भारत के पहले तीन आम चुनावों की मुख्य विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
- 1952: पहला लोकतांत्रिक चुनाव, कांग्रेस ने 489 में से 364 सीटें जीतीं।
- 1957: कांग्रेस ने पुनः प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की।
- 1962: कांग्रेस की तीसरी लगातार जीत, लोकतंत्र की स्थिरता का प्रमाण।
- इन चुनावों से जनता का लोकतंत्र पर विश्वास मजबूत हुआ।
प्रश्न 16. 1967 के बाद कांग्रेस के प्रभुत्व में गिरावट क्यों आई?
उत्तर:
- नेहरू की मृत्यु के बाद नेतृत्व संकट।
- क्षेत्रीय दलों और गठबंधनों का उभार।
- जनता में भ्रष्टाचार और आर्थिक समस्याओं के प्रति असंतोष।
- पार्टी के अंदर वैचारिक मतभेद और विभाजन।
प्रश्न 17. एकदलीय प्रभुत्व के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
सकारात्मक पहलू:
- स्वतंत्रता के बाद राजनीतिक स्थिरता और राष्ट्रीय एकता।
- नीतियों को शीघ्र लागू करने में सुविधा।
नकारात्मक पहलू:
- विपक्ष की भूमिका सीमित रही।
- कांग्रेस में गुटबाजी और वैचारिक मतभेद बढ़े।
- राजनीतिक प्रतिस्पर्धा कमजोर रही।
प्रश्न 18. कांग्रेस का प्रभुत्व भारतीय लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण में कैसे सहायक रहा?
उत्तर:
- कांग्रेस ने लोकतांत्रिक परंपराओं को सम्मान दिया।
- स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाए गए।
- विविधता में एकता को बनाए रखा गया।
- लोकतांत्रिक संस्थाओं और राजनीतिक सहिष्णुता को विकसित किया गया।
खंड – D (निबंधात्मक प्रश्न)
(प्रत्येक प्रश्न 6 अंक का)
प्रश्न 19. कांग्रेस प्रभुत्व के दौर में विपक्षी दलों ने भारतीय लोकतंत्र को कैसे मजबूत किया?
उत्तर:
- विपक्षी दलों जैसे CPI, जनसंघ, समाजवादी दल ने वैकल्पिक विचारधाराएँ प्रस्तुत कीं।
- उन्होंने संसद में सरकार की नीतियों की आलोचना कर उत्तरदायित्व सुनिश्चित किया।
- राज्यों में गैर-कांग्रेसी सरकारें बनीं जैसे केरल और तमिलनाडु में।
- राम मनोहर लोहिया और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं ने लोकतांत्रिक संस्कृति को सशक्त किया।
निष्कर्ष: विपक्षी दलों की सक्रियता से लोकतंत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और जवाबदेही की भावना विकसित हुई।
प्रश्न 20. कांग्रेस की व्यापक संरचना ने उसके उत्थान और पतन दोनों में क्या भूमिका निभाई?
उत्तर:
- कांग्रेस ने विभिन्न वर्गों — किसान, मजदूर, पूँजीपति, अल्पसंख्यक — को साथ लेकर चलने की नीति अपनाई।
- इस कारण उसे प्रारंभिक वर्षों में व्यापक जनसमर्थन मिला।
- परंतु बाद में यही विविधता मतभेदों और गुटबाजी का कारण बनी।
- क्षेत्रीय आकांक्षाओं और नेतृत्व संघर्ष ने दल को कमजोर किया।
- 1969 में विभाजन ने उसके प्रभुत्व का अंत कर दिया।
निष्कर्ष: कांग्रेस की समावेशी प्रकृति उसकी शक्ति भी थी और उसकी कमजोरी भी, जिसने भारतीय राजनीति में बहुदलीय व्यवस्था की नींव रखी।
✅ पूर्णांक वितरण सारणी
| खंड | प्रश्न का प्रकार | प्रश्नों की संख्या | प्रत्येक प्रश्न के अंक | कुल अंक |
|---|---|---|---|---|
| A | अति लघु उत्तरीय | 8 | 1 | 8 |
| B | लघु उत्तरीय | 6 | 2 | 12 |
| C | दीर्घ उत्तरीय | 4 | 4 | 16 |
| D | निबंधात्मक | 2 | 6 | 12 |
| कुल | — | 20 प्रश्न | — | 40 अंक |
