🧭 सीबीएसई नमूना प्रश्न पत्र (राजनीति विज्ञान – कक्षा 11, पाठ्यक्रम B)
अध्याय: राष्ट्र-निर्माण की चुनौतियाँ
कुल अंक: 40
समय: 1 घंटा 30 मिनट
सामान्य निर्देश:
- सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न के अंक दाईं ओर दिए गए हैं।
- उत्तर बिंदुवार एवं संक्षिप्त लिखें।
खंड – A (बहुत लघु उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक 1 अंक × 5 = 5 अंक)
प्र.1. भारत को स्वतंत्रता कब मिली?
उत्तर: भारत को स्वतंत्रता 15 अगस्त 1947 को मिली।
प्र.2. रियासतों के एकीकरण में मुख्य भूमिका किसने निभाई?
उत्तर: सरदार वल्लभभाई पटेल एवं वी.पी. मेनन ने रियासतों के एकीकरण में मुख्य भूमिका निभाई।
प्र.3. भारत का पहला भाषाई राज्य कौन-सा था?
उत्तर: आंध्र प्रदेश (1953) भारत का पहला भाषाई राज्य था।
प्र.4. हैदराबाद को भारत में मिलाने के लिए कौन-सा अभियान चलाया गया?
उत्तर: ऑपरेशन पोलो (1948) के माध्यम से हैदराबाद का विलय किया गया।
प्र.5. स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री कौन थे?
उत्तर: पंडित जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे।
खंड – B (लघु उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक 2 अंक × 5 = 10 अंक)
प्र.6. भारत के विभाजन के तात्कालिक परिणाम क्या थे?
उत्तर:
- व्यापक सांप्रदायिक हिंसा, जिसमें लाखों लोग मारे गए।
- लगभग 1 करोड़ लोगों का पलायन और शरणार्थी संकट।
- प्रशासनिक अव्यवस्था और संपत्ति की भारी हानि।
प्र.7. अभिग्रहण-पत्र (Instrument of Accession) क्या था?
उत्तर:
- यह एक कानूनी दस्तावेज था जिसके माध्यम से रियासतें भारत या पाकिस्तान में शामिल हो सकती थीं।
- रियासतें रक्षा, विदेश नीति और संचार विषयों को केंद्र के अधीन मानती थीं।
प्र.8. राज्य पुनर्गठन आयोग क्या था?
उत्तर:
- 1953 में फजल अली की अध्यक्षता में गठित किया गया।
- इसका उद्देश्य राज्यों को भाषाई आधार पर पुनर्गठित करना था।
- 1956 का राज्य पुनर्गठन अधिनियम इसी की सिफारिशों पर आधारित था।
प्र.9. स्वतंत्रता के बाद भारत के सामने दो प्रमुख चुनौतियाँ लिखिए।
उत्तर:
- राजनीतिक एकीकरण – रियासतों और ब्रिटिश प्रांतों को जोड़ना।
- आर्थिक पुनर्निर्माण – गरीबी और पिछड़ेपन को दूर करना।
प्र.10. “विविधता में एकता” से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
भारत की यह क्षमता कि वह भाषा, धर्म और संस्कृति की विविधता के बावजूद राष्ट्रीय एकता बनाए रखता है।
खंड – C (लघु उत्तरीय प्रश्न – 3 अंक प्रत्येक)
(3 अंक × 5 = 15 अंक)
प्र.11. स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र-निर्माण की मुख्य चुनौतियाँ क्या थीं?
उत्तर:
- राजनीतिक एकीकरण – रियासतों का विलय।
- विभाजन की त्रासदी – हिंसा और विस्थापन।
- आर्थिक विकास – गरीबी, बेरोजगारी का समाधान।
- सामाजिक एकता – विविध समाज में सौहार्द बनाए रखना।
- लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की स्थापना।
प्र.12. रियासतों के एकीकरण की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
- सरदार पटेल और वी.पी. मेनन की कूटनीति और समझदारी से अधिकांश रियासतें शामिल हुईं।
- अभिग्रहण-पत्र पर हस्ताक्षर कर रियासतें भारत में सम्मिलित हुईं।
- ऑपरेशन पोलो से हैदराबाद जोड़ा गया।
- जूनागढ़ का जनमत संग्रह द्वारा भारत में विलय हुआ।
- कश्मीर ने पाकिस्तान के आक्रमण के बाद भारत में शामिल होना स्वीकार किया।
प्र.13. स्वतंत्र भारत के लोकतांत्रिक ढाँचे की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
- सार्वभौमिक मताधिकार – हर वयस्क को मतदान का अधिकार।
- संवैधानिक शासन – कानून का शासन और मौलिक अधिकार।
- स्वतंत्र न्यायपालिका – संविधान की रक्षा।
- नियमित चुनाव – उत्तरदायित्व और प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना।
प्र.14. भाषाई राज्यों की माँग के कारण बताइए।
उत्तर:
- भाषा को संस्कृति और पहचान का प्रतीक माना गया।
- प्रशासनिक सुविधा – जनता अपनी भाषा में शासन से संवाद कर सके।
- भाषाई अल्पसंख्यकों की उपेक्षा का भय।
- आंध्र प्रदेश के गठन से यह सिद्ध हुआ कि भाषाई राज्य लोकतंत्र को सशक्त करते हैं।
प्र.15. भारत में धर्मनिरपेक्षता का अर्थ और महत्व समझाइए।
उत्तर:
- धर्मनिरपेक्षता का अर्थ है कि राज्य का कोई राजधर्म नहीं होगा।
- सभी धर्मों के प्रति समान व्यवहार।
- विविध समाज में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना।
- शासन में धर्म का हस्तक्षेप न होना।
खंड – D (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
(प्रत्येक 5 अंक × 2 = 10 अंक)
प्र.16. भारत के विभाजन के प्रमुख परिणाम और पुनर्वास के उपायों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विभाजन के परिणाम:
- सांप्रदायिक हिंसा में लाखों लोग मारे गए।
- संपत्ति और जीवन की हानि।
- शरणार्थियों का पलायन – लगभग एक करोड़ लोग विस्थापित हुए।
- संपत्ति का बँटवारा – सेना, रेलवे, प्रशासन में।
- कश्मीर विवाद – भारत-पाक संबंधों में तनाव का कारण।
पुनर्वास उपाय:
- शरणार्थी शिविरों और पुनर्वास बोर्डों की स्थापना।
- घर, रोजगार और भूमि उपलब्ध कराना।
- दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल में विशेष योजनाएँ।
- 1950 के दशक तक अधिकांश शरणार्थियों का सफल पुनर्वास।
प्र.17. भाषाई आधार पर राज्य पुनर्गठन ने भारत की एकता को कैसे मजबूत किया?
उत्तर:
- जन आकांक्षाओं की पूर्ति – लोगों की भाषा व संस्कृति को सम्मान मिला।
- विभाजन की प्रवृत्तियों में कमी – लोग अपने राज्य और राष्ट्र दोनों से जुड़े।
- प्रशासनिक सुविधा – जनता अपनी भाषा में शासन से संवाद कर सकी।
- संघवाद को सशक्त बनाया – केंद्र और राज्यों के बीच संतुलन बढ़ा।
- विविधता में एकता को बल – भाषाई पहचान राष्ट्रीय एकता के भीतर समाहित हुई।
खंड – E (मानचित्र/कौशल आधारित प्रश्न)
(5 अंक)
प्र.18. भारत के नक्शे पर निम्नलिखित को दर्शाइए —
(a) जूनागढ़
(b) हैदराबाद
(c) जम्मू और कश्मीर
(d) आंध्र प्रदेश (पहला भाषाई राज्य)
(e) गुजरात (1960 में बना राज्य)
उत्तर:
- (a) जूनागढ़ – पश्चिमी गुजरात में
- (b) हैदराबाद – दक्षिण-मध्य भारत में
- (c) जम्मू और कश्मीर – उत्तर भारत में
- (d) आंध्र प्रदेश – दक्षिण-पूर्व भारत में
- (e) गुजरात – पश्चिम भारत में
🟩 अंक वितरण सारणी
| खंड | प्रश्न प्रकार | प्रति प्रश्न अंक | कुल अंक |
|---|---|---|---|
| A | बहुत लघु उत्तरीय | 1 | 5 |
| B | लघु उत्तरीय | 2 | 10 |
| C | 3 अंकों के प्रश्न | 3 | 15 |
| D | दीर्घ उत्तरीय | 5 | 10 |
| E | मानचित्र/कौशल आधारित | 5 | 5 |
| कुल | 40 अंक |
