CBSE Class 12 Hindi व्याकरण: सामास (Samas)
यह पृष्ठ CBSE कक्षा 12 हिन्दी व्याकरण के महत्वपूर्ण विषय “सामास” के सम्पूर्ण और सरल नोट्स प्रदान करता है। इसमें परिभाषा, प्रकार, उदाहरण, नियम, अभ्यास और परीक्षा-सहायक टिप्स शामिल हैं।
परिचय (Introduction)
- ‘समास’ शब्द संस्कृत धातु ‘सम् + अस्’ से बना है जिसका अर्थ है — “संक्षेप में कहना”।
- जब दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक नया शब्द बनाते हैं और अर्थ संक्षेप हो जाता है, तो वहाँ समास होता है।
- समास से वाक्य सुगठित, संक्षिप्त और प्रभावशाली बनता है।
समास के मुख्य प्रकार (Main Types of Samas)
- अव्ययीभाव समास: जहाँ पहला पद अव्यय होता है और दूसरा पद अर्थ प्रधान होता है।
उदाहरण — उपर्युक्त, प्रतिदिन, यथाशक्ति - तत्पुरुष समास: जिसमें दूसरा पद प्रधान होता है और पहला पद उसकी विशेषता बताता है।
उदाहरण — राजपुत्र (राजा का पुत्र), जलपान (जल का पान) - द्वंद्व समास: जिसमें दोनों पद समान रूप से प्रधान होते हैं।
उदाहरण — राम-लक्ष्मण, माता-पिता, दिन-रात - कर्मधारय समास: जिसमें दोनों पद एक ही वस्तु का बोध कराते हैं; पहला विशेषण, दूसरा विशेष्य।
उदाहरण — नीलकमल, सुन्दरपुरुष, चतुरबालक - बहुव्रीहि समास: जिसमें बने हुए नए शब्द का अर्थ दोनों पदों से भिन्न होता है।
उदाहरण — पितामह (जिसके पिता महान हैं), चतुर्मुख (जिसके चार मुख हैं)
समास की पहचान कैसे करें (How to Identify a Samas)
- जब दो शब्द मिलकर एक हो जाएँ और उनमें से किसी का अर्थ स्पष्ट न रहे।
- वाक्य को विस्तार देने पर “का, की, के, से, और” आदि अव्यय जुड़ते हैं।
- उदाहरण: राजपुत्र → राजा का पुत्र, मातृभाषा → माता की भाषा
समास बनाने के नियम (Rules)
- समास में केवल आवश्यक शब्द रहते हैं, बाकी संबंध सूचक शब्द हट जाते हैं।
- पहला या दूसरा पद प्रधान होने पर उसका प्रकार तय होता है।
- वाक्य का भाव समझकर ही समास का प्रकार निर्धारित करें।
प्रयोग के लाभ (Uses of Samas)
- भाषा को संक्षिप्त और सटीक बनाता है।
- कविता और गद्य दोनों में प्रभावशाली प्रयोग।
- विचारों को कम शब्दों में प्रस्तुत करने में सहायक।
महत्वपूर्ण उदाहरण (Important Examples)
जलपान → जल का पान → तत्पुरुष समास
माता-पिता → द्वंद्व समास
चतुरबालक → कर्मधारय समास
यथाशक्ति → अव्ययीभाव समास
पितामह → बहुव्रीहि समास
माता-पिता → द्वंद्व समास
चतुरबालक → कर्मधारय समास
यथाशक्ति → अव्ययीभाव समास
पितामह → बहुव्रीहि समास
अभ्यास प्रश्न (Practice Questions)
- निम्न शब्दों में समास का प्रकार बताइए —
- राजकुमार
- गुरुशिष्य
- हरिदास
- यथासमय
- ‘मातृभाषा’ शब्द को विस्तृत रूप में लिखिए।
- तीन बहुव्रीहि समास के उदाहरण दीजिए।
- वाक्य बनाइए — “दिन-रात” और “राजपुत्र” शब्दों का प्रयोग कर।
परीक्षा टिप्स (Exam Tips)
- समास के प्रकार की पहचान के लिए हमेशा अर्थ का विश्लेषण करें।
- प्रश्नों में “कौन-सा समास है” या “समास बनाइए” जैसे निर्देश आते हैं — दोनों का अभ्यास करें।
- संक्षिप्त परिभाषाएँ याद रखें:
जैसे — अव्ययीभाव = “जहाँ पहला पद अव्यय होता है”। - उदाहरण सहित उत्तर दें — यह उत्तर को पूर्ण बनाता है।
संक्षेप (Quick Revision)
- समास = दो या दो से अधिक शब्दों का संक्षिप्त रूप।
- मुख्य प्रकार — अव्ययीभाव, तत्पुरुष, द्वंद्व, कर्मधारय, बहुव्रीहि।
- अर्थ, प्रधानता और प्रयोग से प्रकार की पहचान।
- भाषा को प्रभावशाली व सुंदर बनाता है।
