psychology cbse class 12 अध्याय 1


🌟 कक्षा 12 मनोविज्ञान – अध्याय 1


1. परिचय (Introduction)

  • मनुष्य कई बातों में एक-दूसरे से मिलते-जुलते दिखाई देते हैं, लेकिन मनौवैज्ञानिक गुणों, यानी सोच, समझ, सीखने की गति, व्यक्तित्व, बुद्धि, और भावनाओं में वे काफी भिन्न होते हैं।
  • यही भिन्नताएँ मनोवैज्ञानिक विशेषताएँ या मानसिक गुणों में विविधताएँ कहलाती हैं।
  • मनोविज्ञान का एक मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि:
    • लोग एक ही परिस्थिति में अलग-अलग व्यवहार क्यों करते हैं?
    • क्यों कुछ लोग जल्दी सीखते हैं और कुछ धीरे?
    • क्यों कोई रचनात्मक (creative) होता है और कोई व्यवहारिक (practical)?
  • मानसिक गुणों को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे व्यक्ति की क्षमताएँ, सीखने का ढंग, और उसकी कमज़ोरियाँ समझी जा सकती हैं।
  • मुख्य मनोवैज्ञानिक गुण:
    • बुद्धि (Intelligence)
    • सृजनात्मकता (Creativity)
    • अभिरुचि (Interest)
    • अभिक्षमता (Aptitude)
    • व्यक्तित्व (Personality)
    • भावनात्मक दक्षता (Emotional Competence)

2. मानव क्रियाशीलता में व्यक्तिगत भिन्नताएँ (Individual Differences in Human Functioning)

व्यक्तिगत भिन्नता का अर्थ

  • प्रत्येक व्यक्ति अनूठा होता है।
  • उसके विचार, भावनाएँ, रुचियाँ और व्यवहार दूसरे व्यक्ति से अलग होते हैं।

व्यक्तिगत भिन्नताओं के कारण

  1. अनुवांशिक कारण (Heredity)
    • बुद्धि, स्वभाव, प्रतिभा आदि कई विशेषताएँ माता-पिता से मिलती हैं।
  2. पर्यावरण (Environment)
    • घर का माहौल, शिक्षा, मित्र, परिवार की आर्थिक स्थिति, सामाजिक परिवेश।
    • अनुभव व्यक्ति को आकार देते हैं।
  3. संस्कृति (Culture)
    • संस्कृति तय करती है कि कौन सा व्यवहार मूल्यवान माना जाएगा।
    • अलग-अलग संस्कृतियों में सोच और बुद्धि अलग तरह से विकसित होती है।
  4. शारीरिक स्थितियाँ (Physical Conditions)
    • स्वास्थ्य, पोषण, विकलांगता व्यक्ति की प्रदर्शन क्षमता को प्रभावित करते हैं।
  5. सामाजिक अनुभव (Social experiences)
    • अवसर, प्रेरणा, प्रोत्साहन और सामाजिक भूमिकाएँ मानसिक गुणों को प्रभावित करती हैं।

व्यक्तिगत भिन्नताओं के क्षेत्र

  • संज्ञानात्मक भिन्नताएँ (बुद्धि, तर्क, स्मृति)
  • व्यक्तित्व (Introvert–Extrovert)
  • प्रेरणा (Motivation level)
  • रुचियाँ व मूल्य
  • भावनात्मक भिन्नताएँ
  • सृजनात्मकता

शिक्षा में महत्व

  • अध्यापक छात्र की क्षमता के अनुसार शिक्षण प्रदान कर सकता है।
  • करियर सलाह (Guidance) और परामर्श में उपयोगी।
  • विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान में सहायक।

3. मनोवैज्ञानिक गुणों का मूल्यांकन (Assessment of Psychological Attributes)

मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन क्या है?

  • यह मानसिक गुणों का वैज्ञानिक मापन है।
  • उद्देश्य:
    • व्यक्ति की क्षमताओं को जानना
    • कमजोरियों की पहचान
    • करियर-निर्देशन
    • चयन (Selection), भर्ती (Recruitment), और अनुसंधान

अच्छे मनोवैज्ञानिक परीक्षण की विशेषताएँ

  1. मानकीकरण (Standardization) – परीक्षण की प्रक्रिया समान।
  2. विश्वसनीयता (Reliability) – परिणाम स्थिर हों।
  3. वैधता (Validity) – परीक्षण वही मापे जिसके लिए बनाया गया है।
  4. वस्तुनिष्ठता (Objectivity) – स्कोर में व्यक्तिगत पक्षपात न हो।
  5. मानक (Norms) – तुलना के लिए औसत स्कोर उपलब्ध।

मनोवैज्ञानिक परीक्षणों के प्रकार

  1. बुद्धि परीक्षण (Intelligence Tests)
  2. अभिक्षमता परीक्षण (Aptitude Tests)
  3. व्यक्तित्व परीक्षण (Personality Tests)
  4. उपलब्धि परीक्षण (Achievement Tests)
  5. सृजनात्मकता परीक्षण (Creativity Tests)
  6. रुचि सूची (Interest Inventories)

अन्य मूल्यांकन विधियाँ

  • प्रेक्षण (Observation) – स्वाभाविक व नियंत्रित।
  • साक्षात्कार (Interview)
  • स्व-रिपोर्ट विधि (Self-report) – प्रश्नावली, व्यक्तित्व सूची।

4. बुद्धि (Intelligence)

बुद्धि का अर्थ

  • बुद्धि वह क्षमता है जो व्यक्ति को सीखने, समस्या हल करने, तर्क करने, और परिस्थितियों के अनुसार ढलने में मदद करती है।
  • वेक्सलर के अनुसार:
    “बुद्धि व्यक्ति की वह समग्र क्षमता है जिसके द्वारा वह उद्देश्यपूर्ण कार्य करता है, तर्कसंगत ढंग से सोचता है, और अपने वातावरण से प्रभावी ढंग से निपटता है।”

बुद्धि की विशेषताएँ

  • बहुआयामी (Multidimensional)
  • परिवर्तनशील (Dynamic)
  • जीवन भर विकसित होने वाली
  • आनुवांशिक व पर्यावरणीय कारकों से प्रभावित

IQ (Intelligence Quotient)

  • विलियम स्टर्न द्वारा प्रस्तावित
  • IQ = (मानसिक आयु / कालानुक्रमिक आयु) × 100

IQ के वर्ग

  • 130+ → प्रतिभाशाली (Gifted)
  • 90–109 → औसत
  • 70 से कम → बौद्धिक अक्षमता

5. बुद्धि के सिद्धांत (Theories of Intelligence)

1. स्पीयरमैन का द्वि-कारक सिद्धांत (Spearman Two-Factor Theory)

  • दो कारक:
    • g (General factor) – सभी गतिविधियों में मौजूद
    • s (Specific factor) – खास कार्यों में
  • बुद्धि = g + s

2. थर्स्टोन के प्राथमिक मानसिक गुण (Primary Mental Abilities)

सात मुख्य क्षमताएँ:

  • वर्बल समझ
  • संख्यात्मक क्षमता
  • तर्क-शक्ति
  • स्मृति
  • स्थानिक क्षमता
  • शब्द प्रवाह
  • ग्रहण गति

3. गार्डनर का बहु-बुद्धि सिद्धांत (Multiple Intelligences)

8 प्रकार की बुद्धियाँ:

  1. भाषाई
  2. तार्किक–गणितीय
  3. संगीत
  4. स्थानिक
  5. शारीरिक–गतिज
  6. अंतरव्यक्तिक
  7. अंतरात्मिक
  8. प्राकृतिक

4. स्टर्नबर्ग का त्रिकोणीय सिद्धांत (Triarchic Theory)

  • विश्लेषणात्मक बुद्धि
  • सृजनात्मक बुद्धि
  • व्यावहारिक बुद्धि

5. भावनात्मक बुद्धि (Emotional Intelligence) – गोलमैन

  • अपनी और दूसरों की भावनाएँ समझना व उपयोग करना।
  • मुख्य घटक:
    • आत्म-जागरूकता
    • सहानुभूति
    • आत्म-नियमन
    • प्रेरणा
    • सामाजिक कौशल

6. बुद्धि में व्यक्तिगत भिन्नताएँ

बुद्धि को प्रभावित करने वाले कारक

  1. अनुवांशिकता
  2. पर्यावरण
  3. संस्कृति
  4. अनुभव और अभ्यास

बुद्धि के आधार पर वर्गीकरण

  • प्रतिभाशाली (Gifted) – उच्च IQ
  • औसत बुद्धि – सामान्य छात्र
  • बौद्धिक अक्षमता – IQ 70 से कम

7. संस्कृति एवं बुद्धि (Culture and Intelligence)

  • बुद्धि केवल जैविक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक संदर्भ में भी विकसित होती है।
  • पश्चिमी संस्कृतियाँ विश्लेषणात्मक सोच पर जोर देती हैं।
  • पूर्वी संस्कृतियाँ बुद्धि को सामाजिक सद्भाव, व्यावहारिक ज्ञान, और नैतिकता से जोड़ते हैं।

संस्कृति-निष्पक्ष परीक्षण (Culture-Fair Tests)

  • सांस्कृतिक पक्षपात को कम करते हैं।
  • उदाहरण: Raven’s Progressive Matrices

8. सृजनात्मकता (Creativity)

सृजनात्मकता का अर्थ

  • नई, मौलिक, उपयोगी और अनोखी सोच उत्पन्न करने की क्षमता।
  • इसमें विभक्त सोच (Divergent thinking) शामिल है।

सृजनात्मकता के घटक

  1. मौलिकता
  2. प्रवाह (Fluency)
  3. लचीलापन (Flexibility)
  4. विस्तार (Elaboration)

सृजनात्मक प्रक्रिया के चरण

  1. तैयारी
  2. अवचेतन चिंतन (Incubation)
  3. अंतर्दृष्टि (Illumination)
  4. सत्यापन (Verification)

सृजनात्मक व्यक्तियों की विशेषताएँ

  • समस्या-संवेदनशील
  • जिज्ञासु
  • कल्पनाशील
  • आत्मविश्वासी
  • परंपराओं से अलग सोचने वाले

सृजनात्मकता का मूल्यांकन

  • रचनात्मक सोच परीक्षण
  • चित्रण/लेखन गतिविधियाँ
  • व्यक्तित्व विश्लेषण

9. निष्कर्ष (Conclusion)

  • मानसिक गुणों में विविधता मनुष्य की विशिष्ट विशेषता है।
  • बुद्धि, सृजनात्मकता, अभिक्षमता, व्यक्तित्व, और मूल्य – सभी में व्यक्तिगत भिन्नताएँ होती हैं।
  • ये भिन्नताएँ अनुवांशिक, पर्यावरणीय, संस्कृतिक, और अनुभवजनित कारकों से उत्पन्न होती हैं।
  • मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन हमें प्रत्येक व्यक्ति की शक्ति और क्षमता पहचानने में मदद करता है।
  • बुद्धि के सिद्धांत बताते हैं कि बुद्धि एक बहुआयामी क्षमता है, केवल अंकगणित या तर्क से नहीं मापी जा सकती।
  • विविधताओं को समझना हमें बेहतर शिक्षा व्यवस्था, उपयुक्त करियर मार्गदर्शन और स्वस्थ सामाजिक जीवन विकसित करने में सहायक है।

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