
Hindi Comprehension Set 1
पाठ एक सुहानी और हल्की ठंडी सुबह नन्हे दोस्त सिया, अर्जुन और सीमा अपने परिवार के साथ पहाड़ी यात्रा पर निकले। सूरज धीरे-धीरे बादलों के पीछे से निकल रहा था और पहाड़ियों पर सुनहरी रोशनी बिखर रही थी। जैसे-जैसे वे ऊपर की ओर चढ़ते गए, रास्ता थोड़ा संकरा और घुमावदार होता गया, लेकिन हर मोड़ पर नई सुंदरता उनका इंतज़ार कर रही थी। रास्ते के किनारे रंग-बिरंगे जंगली फूल खिले थे, जिनकी खुशबू हवा में फैल रही थी। चमकदार पत्थर, हरी झाड़ियाँ और छोटे पक्षियों की चहचहाहट पूरे वातावरण को जीवंत बना रहे थे। कुछ दूरी चलने के बाद उन्हें एक साफ और ठंडे पानी का प्राकृतिक स्रोत मिला। सभी ने वहाँ बैठकर पानी पिया और थोड़ी देर आराम किया। ऊपर पहुँचने पर ठंडी हवा उनके चेहरे को छू रही थी। तीनों दोस्तों ने मिलकर अपना खाना निकाला और दूर-दूर तक फैली पहाड़ियों, घाटियों और तैरते बादलों को देखकर खुश हो गए। वापस लौटते समय उन्हें एक बुजुर्ग व्यक्ति मिला, जिसका सामान भारी था। सिया, अर्जुन और सीमा ने तुरंत उनकी मदद की। इस यात्रा ने उन्हें प्रकृति की खूबसूरती ही नहीं, बल्कि दयालुता और साहस का महत्व भी सिखाया।
अतिरिक्त वस्तुनिष्ठ प्रश्न (2-3 अंक)
1. बच्चों ने पहाड़ी यात्रा में किस प्रकार की प्राकृतिक सुंदरता देखी?
2. बच्चों ने बुजुर्ग व्यक्ति की मदद कैसे की?
3. कहानी में सूरज की रोशनी पहाड़ियों पर कैसी दिख रही थी?
4. बच्चों ने प्राकृतिक स्रोत पर क्या किया?
5. इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
6. यात्रा के दौरान बच्चों ने क्या सीखा?
