Chapter 6 – तृतीयक एवं चतुर्थक क्रियाएँ (Tertiary and Quaternary Activities)
1. तृतीयक एवं चतुर्थक क्रियाएँ – परिचय
- मानव गतिविधियों को सामान्यतः प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक, चतुर्थक और पंचमक गतिविधियों में बाँटा जाता है।
- तृतीयक क्रियाएँ (Tertiary Activities) वे सेवाएँ हैं जो वस्तुओं के उत्पादन में प्रत्यक्ष भाग नहीं लेतीं, बल्कि लोगों को सेवा, सुविधा और सहायता प्रदान करती हैं।
- परिवहन, संचार, व्यापार, बैंकिंग, बीमा, पर्यटन आदि तृतीयक क्षेत्र के प्रमुख भाग हैं।
- चतुर्थक क्रियाएँ (Quaternary Activities) ज्ञान, शोध, सूचना संग्रह, सूचना वितरण, तकनीकी नवाचार और विशेषज्ञ सेवाओं से जुड़ी होती हैं।
- आधुनिक समय में सूचना तकनीक, डॉक्टर, वकील, वैज्ञानिक, शिक्षक, डेटा वैज्ञानिक आदि चतुर्थक गतिविधियों से जुड़े हैं।
- तृतीयक और चतुर्थक गतिविधियाँ आज वैश्विक अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन चुकी हैं क्योंकि ये ज्ञान, तकनीक, सूचना और सेवाओं पर आधारित हैं।
2. तृतीयक गतिविधियों के प्रकार (Types of Tertiary Activities)
मुख्य प्रकार
- व्यापार और वाणिज्य (Trade & Commerce)
- परिवहन (Transport)
- संचार (Communication)
- वित्तीय सेवाएँ (Financial Services)
- वितरण सेवाएँ (Distribution Services)
- पर्यटन (Tourism)
- मनोरंजन एवं अवकाश सेवाएँ (Recreation Services)
- उपभोक्ता सेवाएँ (Consumer Services)
3. व्यापार एवं वाणिज्य (Trade and Commerce)
(A) वाणिज्य – अर्थ
- वाणिज्य उन सभी गतिविधियों को कहा जाता है जो उत्पादकों से उपभोक्ताओं तक वस्तुओं के प्रवाह को संभव बनाती हैं।
- यह व्यापार, सेवाओं, भंडारण, पैकेजिंग, परिवहन, बीमा और वितरण से जुड़ा है।
(B) व्यापार के प्रकार
- आंतरिक व्यापार (Internal Trade)
- देश के भीतर होने वाला व्यापार।
- इसमें थोक व खुदरा व्यापार शामिल हैं।
- बाहरी व्यापार (External Trade)
- देशों के बीच होने वाला व्यापार।
- तीन प्रकार—
- आयात (Import)
- निर्यात (Export)
- पुनः निर्यात (Re-export)
(C) व्यापार का महत्व
- वस्तुओं का नियमित प्रवाह बनाए रखता है।
- किसानों तथा उत्पादकों को बाज़ार उपलब्ध कराता है।
- उपभोक्ताओं को सामान सही समय पर उपलब्ध करवाता है।
- रोजगार एवं आय उत्पन्न करता है।
- अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है।
4. खुदरा व्यापार (Retail Trading)
Retail Trading का अर्थ
- खुदरा विक्रेता अंतिम उपभोक्ताओं को सीधे सामान बेचते हैं।
Retail के रूप
- स्थायी दुकानें – किराना स्टोर, वस्त्र दुकानें
- अस्थायी दुकानें – रीहड़ी, फुटपाथ स्टॉल
- बाज़ार – साप्ताहिक, वार्षिक मेले
- सुपरमार्केट, मॉल
- ऑनलाइन रिटेलिंग – Amazon, Flipkart
- डायरेक्ट सेलिंग – कंपनी से सीधे बिक्री
Retail Trading का महत्व
- स्थानीय स्तर पर उत्पादों की उपलब्धता बढ़ाता है।
- बड़े स्तर पर रोजगार उत्पन्न करता है।
- उपभोक्ता और उत्पादक के बीच सेतु का काम करता है।
5. परिवहन को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Affecting Transport)
महत्वपूर्ण कारक
- स्थलरूप एवं भौगोलिक स्थिति
- पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क निर्माण कठिन।
- मैदानों में परिवहन सुगम।
- जलवायु
- अत्यधिक बारिश, बर्फबारी और धुंध परिवहन पर असर डालती है।
- प्राकृतिक संसाधन
- खनिज, कृषि उत्पादन वाले क्षेत्रों में परिवहन नेटवर्क मजबूत।
- तकनीकी विकास
- आधुनिक सड़कें, हाई-स्पीड रेल, GPS, नेविगेशन से परिवहन मजबूत होता है।
- आर्थिक कारण
- विकसित देशों में परिवहन अधिक सशक्त।
- राजनीतिक स्थिरता
- स्थिर सरकारें परिवहन पर निवेश बढ़ाती हैं।
- जनसंख्या घनत्व और शहरीकरण
- शहरों में बड़े मार्ग, मेट्रो, रेल आदि का विकास तेजी से होता है।
6. संचार (Communication)
संचार का अर्थ
- संचार संदेशों, सूचनाओं और विचारों का एक व्यक्ति से दूसरे या समूह तक आदान-प्रदान है।
- यह व्यक्तिगत, सामाजिक, वाणिज्यिक और सरकारी स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
संचार के प्रकार
- व्यक्तिगत संचार – पत्र, टेलीफोन, मोबाइल
- सामूहिक संचार (Mass Communication)
- टीवी, रेडियो, इंटरनेट, समाचार पत्र
- डिजिटल संचार – ईमेल, सोशल मीडिया
7. दूरसंचार (Telecommunications)
Telecommunications का वर्णन
- विद्युत तरंगों, केबल एवं उपग्रहों के माध्यम से दूरस्थ स्थानों तक सूचना पहुँचाना।
प्रमुख अवयव
- मोबाइल नेटवर्क
- ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क
- इंटरनेट सेवाएँ
- उपग्रह संचार (Satellite Communication)
महत्व
- वैश्विक व्यापार को गति देता है।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग जैसी सेवाओं को सुदृढ़ करता है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में विकास लाता है।
8. तृतीयक गतिविधियों में कार्यरत लोग (People Engaged in Tertiary Activities)
उदाहरण
- शिक्षक
- डॉक्टर
- चालक
- बिक्री कर्मचारी
- होटल एवं पर्यटन कर्मचारी
- बैंक कर्मचारी
- आईटी विशेषज्ञ
- वकील और परामर्शदाता
महत्व
- आर्थिक विकास में योगदान।
- तकनीकी और मानव संसाधन का उपयोग।
- जीवन की गुणवत्ता में सुधार।
9. कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण (Some Selected Examples)
1. पर्यटन (Tourism)
- रोजगार, विदेशी मुद्रा, सेवा क्षेत्र में वृद्धि।
2. बैंकिंग
- आधुनिक अर्थव्यवस्था की रीढ़।
- ऋण, निवेश, लेन-देन की सुविधा।
3. बीमा
- जोखिम कम करता है।
4. परिवहन
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार का आधार।
10. चतुर्थक क्रियाएँ (Quaternary Activities)
परिभाषा
- ज्ञान, सूचना, तकनीक और शोध आधारित सेवाएँ जिन्हें उच्च कौशल की आवश्यकता होती है।
उदाहरण
- अनुसंधान
- वैज्ञानिक कार्य
- सूचना प्रबंधन
- डेटा विश्लेषण
- शिक्षण
- बैंकिंग और वित्तीय परामर्श
- सॉफ्टवेयर विकास
- चिकित्सा अनुसंधान
महत्व
- नवाचार एवं तकनीकी प्रगति का आधार।
- देश की अर्थव्यवस्था को उच्च स्तर पर ले जाता है।
- रोजगार के नए अवसर प्रदान करता है।
11. पंचमक क्रियाएँ (Quinary Activities)
परिभाषा
- सर्वोच्च स्तर की निर्णय-निर्धारण, प्रबंधन और नेतृत्व से जुड़ी गतिविधियाँ।
उदाहरण
- उच्च सरकारी अधिकारी
- CEO, प्रबंध निदेशक
- नीति-निर्धारक
- राजनयिक
- वरिष्ठ सलाहकार
12. भारत में मेडिकल टूरिज्म – विदेशियों के लिए चिकित्सा सेवा
- भारत किफायती और उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करता है।
- चिकित्सा प्रक्रियाएँ अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कम लागत पर उपलब्ध।
- प्रमुख सेवाएँ—हृदय सर्जरी, किडनी प्रत्यारोपण, कैंसर उपचार, आयुर्वेद थेरेपी।
- भारत चिकित्सा पर्यटन का वैश्विक केंद्र बन रहा है।
13. डिजिटल विभाजन (The Digital Divide)
डिजिटल विभाजन का अर्थ
- समाज में डिजिटल सुविधाओं—इंटरनेट, कंप्यूटर, मोबाइल—की असमान उपलब्धता।
कारण
- आर्थिक असमानता
- ग्रामीण-शहरी अंतर
- डिजिटल शिक्षा की कमी
- तकनीकी ढाँचे की कमी
परिणाम
- शिक्षा, रोजगार और व्यापार के अवसरों में विषमता।
समाधान
- डिजिटल शिक्षा
- ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट ढांचा
- सस्ते डाटा प्लान
- सरकारी कार्यक्रम
14. निष्कर्ष (Conclusion)
- तृतीयक एवं चतुर्थक गतिविधियाँ आधुनिक विश्व की रीढ़ बन चुकी हैं।
- व्यापार, परिवहन, संचार और डिजिटल सेवाओं ने अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है।
- ज्ञान, शोध और तकनीक आधारित गतिविधियाँ—चतुर्थक क्षेत्र—वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सफलता के लिए अनिवार्य हैं।
- चिकित्सा सेवाएँ, डिजिटल तकनीक और आधुनिक संचार मानव जीवन को अधिक सुविधाजनक बनाते हैं।
- डिजिटल विभाजन को कम करके समाज के सभी वर्गों तक आधुनिक सुविधाएँ पहुँचाना अत्यंत आवश्यक है।
