**कक्षा 12 – भूगोल (पाठ्यक्रम A)
नमूना प्रश्न पत्र – अध्याय 1
मानव भूगोल : प्रकृति एवं क्षेत्र**
पूर्णांक: 30
समय: 1.5 घंटे
**SECTION – A
(बहुविकल्पीय प्रश्न)**
प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है।
Q1. ‘मानवीकरण (Humanisation) of Nature’ का आशय है—
a) प्रकृति का मनुष्य पर नियंत्रण
b) मनुष्य द्वारा प्रकृति को अपनी आवश्यकताओं अनुसार ढालना
c) प्रकृति का पूर्ण विनाश
d) कोई नहीं
उत्तर: b
Q2. मानव भूगोल का मुख्य अध्ययन क्षेत्र है—
a) पृथ्वी की आंतरिक संरचना
b) जलवायु परिवर्तन
c) मनुष्य और पर्यावरण के बीच पारस्परिक संबंध
d) तारा-भौतिकी
उत्तर: c
Q3. निम्न में से कौन मानव भूगोल की उप-शाखा नहीं है?
a) जनसांख्यिकी
b) आर्थिक भूगोल
c) सामाजिक भूगोल
d) समुद्री भूगोल
उत्तर: d
Q4. प्राकृतिककरण (Naturalisation) of Humans किस स्थिति को दर्शाता है?
a) मनुष्य पूरी तरह प्रकृति का दास बन जाता है
b) प्रकृति का मनुष्य पर कोई प्रभाव नहीं होता
c) मनुष्य प्रकृति को बदलता है
d) मनुष्य तकनीक का प्रयोग करता है
उत्तर: a
Q5. मानव भूगोल का प्रथम सुनियोजित विकास किस काल में हुआ?
a) प्राचीन काल
b) मध्यकाल
c) आधुनिक काल
d) उपनिवेशकालीन काल
उत्तर: c
**SECTION – B
(लघु उत्तरीय प्रश्न)**
प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का है। शब्द सीमा 40–60 शब्द।
Q6. मानव भूगोल की प्रकृति का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
मानव भूगोल मनुष्य और उसके भौतिक पर्यावरण के बीच संबंधों का अध्ययन है। यह समझता है कि प्रकृति मनुष्य को कैसे प्रभावित करती है तथा मनुष्य किस प्रकार तकनीक, ज्ञान और कौशल के माध्यम से प्रकृति को परिवर्तित करता है। इसका स्वरूप गतिशील और अंतःविषयक है।
Q7. प्राकृतिककरण (Naturalisation of Humans) से क्या अभिप्रेत है?
उत्तर:
प्राकृतिककरण का अर्थ है—जब मानव जीवन प्रकृति पर अत्यधिक निर्भर हो और तकनीक विकसित न होने से मनुष्य प्रकृति की शक्तियों के सामने असहाय हो। जैसे—आदिम काल में मनुष्य जलवायु, वन, नदियों आदि के अनुसार अपने जीवन का ढांचा बनाता था।
Q8. मानव भूगोल की दो प्रमुख उप-शाखाएँ लिखिए।
उत्तर:
(1) जनसांख्यिकीय भूगोल – जनसंख्या, वितरण, वृद्धि, घनत्व और संरचना का अध्ययन।
(2) आर्थिक भूगोल – कृषि, उद्योग, व्यापार, परिवहन, संसाधनों आदि के स्थानिक वितरण का अध्ययन।
Q9. मानव भूगोल का समाज विज्ञान की अन्य शाखाओं से क्या संबंध है?
उत्तर:
मानव भूगोल समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, मानवशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान आदि से गहराई से जुड़ा है। ये सभी विषय मानव जीवन और समाज की व्याख्या करते हैं, जबकि मानव भूगोल इन्हें स्थानिक (spatial) परिप्रेक्ष्य में समझता है।
**SECTION – C
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)**
प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का है। शब्द सीमा 150–180 शब्द।
Q10. मानव भूगोल के व्यापक चरणों (Broad Stages) और उनके प्रमुख thrust की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
मानव भूगोल का विकास विभिन्न चरणों में हुआ:
- पर्यावरणीय निर्धारणवाद (Environmental Determinism) – प्रारंभिक चरण में भूगोलवेत्ता मानते थे कि प्रकृति मनुष्य के क्रियाकलापों को नियंत्रित करती है।
- संभावनावाद (Possibilism) – मनुष्य को सक्रिय भूमिका मिली और यह स्वीकार किया गया कि प्रकृति सीमाएँ तय करती है, पर विकल्प मनुष्य चुनता है।
- नव-निश्चिततावाद (Neo-determinism) – प्रकृति और मनुष्य दोनों को समान महत्व दिया गया। मनुष्य को प्रकृति का “मध्य मार्ग” अपनाने का निर्देश मिलता है।
- समकालीन मानव भूगोल – सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक प्रक्रियाओं का स्थानिक विश्लेषण मुख्य thrust बन गया।
इन चरणों ने मानव भूगोल को वैज्ञानिक, बहुआयामी और समाज-केंद्रित विषय बनाया।
Q11. मानव भूगोल का क्षेत्र (Scope) समझाइए तथा इसके अंतःविषयक स्वरूप का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
मानव भूगोल का क्षेत्र मानव जीवन से संबंधित सभी सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और ऐतिहासिक प्रक्रियाओं का स्थान-विश्लेषण है। यह बताता है कि मनुष्य कैसे बसता है, उत्पादन करता है, संसाधनों का उपयोग करता है और क्षेत्रीय संगठन विकसित करता है।
इसका स्वभाव अंतःविषयक है क्योंकि यह समाजशास्त्र से सामाजिक ढाँचों को, अर्थशास्त्र से उत्पादन–वितरण की अवधारणाओं को, इतिहास से समयानुसार परिवर्तन को, और राजनीति विज्ञान से शक्ति-संरचना को जोड़ता है। इस प्रकार मानव भूगोल स्थान (space), समाज और पर्यावरण के जटिल संबंधों का समग्र अध्ययन करता है।
**SECTION – D
(मानचित्र आधारित प्रश्न)**
1 प्रश्न × 3 अंक
Q12. किसी विश्व मानचित्र पर किसी भी दो क्षेत्रों को चिन्हित करें जहाँ मानव-पर्यावरण संबंधों के अत्यधिक भिन्न रूप देखने को मिलते हैं (जैसे—रेगिस्तान, सघन कृषि क्षेत्र)।
उत्तर:
(उदाहरण उत्तर – छात्र चित्र में चिन्हित करेंगे):
- सहारा मरुस्थल – अत्यंत कठोर पर्यावरण एवं जीवन की निम्न घनत्व स्थिति।
- गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन – उपजाऊ भूमि, घनी आबादी और गहन कृषि।
