⭐ **सीबीएसई नमूना प्रश्न पत्र
कक्षा 11 – इतिहास (कोर्स A)
अध्याय 2: साम्राज्य
कुल अंक: 100**
SECTION A – अति लघु उत्तरीय प्रश्न (1 × 10 = 10 अंक)
(प्रत्येक उत्तर 20–30 शब्दों में)
प्र1. रोमन साम्राज्य का भौगोलिक विस्तार क्या था?
प्र2. प्रारम्भिक रोमन साम्राज्य में सर्वोच्च राजनीतिक अधिकार किसके पास था?
प्र3. रोमन प्रशासन में “प्रांत (Province)” से क्या तात्पर्य है?
प्र4. तृतीय शताब्दी के संकट के दो प्रमुख कारण लिखिए।
प्र5. रोमन उच्च वर्गीय परिवारों में स्त्रियों की भूमिका क्या थी?
प्र6. रोमन साम्राज्य की दो प्रमुख भाषाएँ कौन-सी थीं?
प्र7. रोमन कृषि की मुख्य उपज कौन-कौन सी थीं?
प्र8. रोमन समाज में “एक्वाइट्स (Equites)” कौन थे?
प्र9. दास रोमन अर्थव्यवस्था के लिए क्यों महत्वपूर्ण थे?
प्र10. 212 ईस्वी का कैराकला फरमान (Edict of Caracalla) क्या था?
SECTION B – लघु उत्तरीय प्रश्न (3 × 6 = 18 अंक)
(उत्तर 60–80 शब्दों में)
प्र11. प्रारम्भिक रोमन साम्राज्य की प्रशासनिक संरचना का वर्णन कीजिए।
प्र12. रोमन व्यापार और वाणिज्य की मुख्य विशेषताएँ लिखिए।
प्र13. तृतीय शताब्दी के संकट का रोमन अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा?
प्र14. रोमन समाज में साक्षरता और शिक्षा की विशेषताएँ लिखिए।
प्र15. रोमन सामाजिक पदानुक्रम की मुख्य श्रेणियाँ लिखिए।
प्र16. उत्तर प्राचीनकाल (Late Antiquity) में हुए प्रमुख परिवर्तनों का वर्णन कीजिए।
SECTION C – दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5 × 4 = 20 अंक)
(उत्तर 120–150 शब्दों में)
प्र17. रोमन सेना का साम्राज्य के विस्तार और रखरखाव में क्या महत्व था?
प्र18. ईसाई धर्म के उदय के कारणों तथा उसके प्रभावों का विश्लेषण कीजिए।
प्र19. रोमन साम्राज्य के आर्थिक विस्तार का वर्णन कीजिए।
प्र20. रोमन समाज में लिंग-भूमिकाओं और पारिवारिक ढांचे का महत्व स्पष्ट कीजिए।
SECTION D – स्रोत-आधारित प्रश्न (4 × 3 = 12 अंक)
नीचे दिए अंश को पढ़कर प्रश्न 21–23 के उत्तर दीजिए:
“रोमन साम्राज्य में शहर राजनीतिक सत्ता, अर्थव्यवस्था और संस्कृति के मुख्य केंद्र थे। यहाँ फोरम, मंदिर, अम्फीथिएटर और बाज़ार होते थे। ग्रामीण क्षेत्र भोजन उपजाता था, पर शहर संसाधनों को नियंत्रित और उपभोग करते थे।”
प्र21. रोमन शहरों के मुख्य कार्य क्या थे?
प्र22. रोमन शहरी जीवन में “फोरम” क्यों महत्वपूर्ण था?
प्र23. शहर और ग्रामीण क्षेत्र के संबंध ने रोमन आर्थिक जीवन को कैसे आकार दिया?
SECTION E – निबंध प्रकार प्रश्न (8 × 2 = 16 अंक)
(उत्तर 200–250 शब्दों में)
प्र24. तृतीय शताब्दी के संकट का विश्लेषण कीजिए। राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक गिरावट और बाहरी हमलों ने रोमन साम्राज्य को कैसे कमजोर किया?
प्र25. उत्तर प्राचीनकाल का वर्णन कीजिए। प्रशासन, धर्म, अर्थव्यवस्था और समाज में कौन-कौन से प्रमुख परिवर्तन हुए?
SECTION F – मानचित्र कौशल (4 अंक)
प्र26: यूरोप और भूमध्यसागरीय क्षेत्र के मानचित्र पर निम्नलिखित स्थानों को चिन्हित कीजिए—
- रोम
- अलेक्ज़ान्द्रिया
- कार्थेज
- कॉन्स्टेंटिनोपल
⭐ उत्तर–सूची / मार्किंग स्कीम
SECTION A – 1 अंक × 10
- यूरोप, पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका में फैला विशाल क्षेत्र।
- सम्राट (Emperor) सर्वोच्च राजनीतिक अधिकारी था।
- प्रांत वह प्रशासनिक इकाई थी जिसे शासक द्वारा नियुक्त गवर्नर संचालित करता था।
- राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक मुद्रास्फीति (कोई दो)।
- गृह-प्रबंधन, संपत्ति स्वामित्व और सामाजिक आयोजनों में भागीदारी।
- लैटिन और यूनानी (Greek)।
- गेहूँ, जौ, जैतून, अंगूर (कोई दो)।
- एक धनी व्यापारी और उच्च वर्गीय घुड़सवारों का समूह।
- कृषि, खदान, निर्माण और घरेलू कार्यों के लिए दास मुख्य श्रम थे।
- यह फरमान सभी मुक्त व्यक्तियों को रोमन नागरिकता प्रदान करता था।
SECTION B – 3 अंक × 6
11. साम्राज्य को प्रांतों में विभाजित किया गया था; गवर्नर प्रशासन, कर और कानून का प्रबंधन करता था; सम्राट सर्वोच्च अधिकार रखता था; प्रशासन सेना, न्याय और करव्यवस्था पर आधारित था।
12. भूमध्यसागर में विकसित मार्ग; जैतून तेल, शराब, धातुएँ, रेशम, मसाले का व्यापार; बंदरगाहों और सड़कों से यूरोप–एशिया–अफ्रीका जुड़े।
13. कृषि में गिरावट, भोजन की कमी; मुद्रा का अवमूल्यन; व्यापार ठप्प; करों में वृद्धि; शहरों का पतन।
14. शिक्षा धनी परिवारों में केंद्रित; पुस्तकों की नकल हाथ से होती थी; व्याकरण, तर्क, इतिहास और दर्शन मुख्य विषय थे।
15. सीनेटर वर्ग, एक्वाइट्स, सामान्य नागरिक, मुक्त दास, दास—यह प्रमुख श्रेणियाँ थीं; सामाजिक असमानता अत्यधिक थी।
16. ईसाई धर्म का उदय; प्रशासनिक सुधार; अर्थव्यवस्था का ग्रामीण होना; शहरों का पतन; चर्च का प्रभाव बढ़ना।
SECTION C – 5 अंक × 4
17. सेना ने नए क्षेत्रों पर विजय पाई, सीमाओं की रक्षा की, प्रांतों में शांति बनाए रखी; सेना सड़कों और किलों का निर्माण करती; कर वसूली और विद्रोहों को दबाने में मदद करती; इससे सम्राट की सत्ता मजबूत रहती।
18. ईसाई धर्म सहानुभूति, नैतिकता और एकेश्वरवाद पर आधारित था; गरीबों और उत्पीड़ितों को आकर्षित किया; कॉन्स्टेंटाइन द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद इसका प्रसार तेज हुआ; चर्च राजनीतिक-सामाजिक शक्ति बना; इससे सांस्कृतिक परिवर्तन आए।
19. कृषि उन्नत थी; भूमध्यसागर मार्गों से व्यापार विकसित; जैतून तेल, शराब, धातु, वस्त्रों का निर्यात; दास श्रम और कारीगरी उद्योगों का विस्तार; मुद्रा और बैंकिंग विकसित।
20. परिवार पितृसत्तात्मक था; पिता को सर्वोच्च कानूनी अधिकार; स्त्रियों को राजनीतिक अधिकार सीमित पर संपत्ति अधिकार उपलब्ध; सामाजिक जीवन परिवार-केन्द्रित; यह संरचना स्थिरता और परंपरा में योगदान देती थी।
SECTION D – 3 अंक × 4
21. प्रशासन, व्यापार, सांस्कृतिक गतिविधियाँ और शहरी जीवन के केंद्र।
22. फोरम व्यापार, सभा, बाजार और प्रशासनिक कार्यों का प्रमुख स्थान था।
23. ग्रामीण क्षेत्र उत्पादन करता था जबकि शहर संसाधनों का उपभोग और नियंत्रण करते थे—इससे अर्थव्यवस्था संतुलित रही।
SECTION E – 8 अंक × 2
24. तृतीय शताब्दी संकट (Long Answer)
- सम्राटों की हत्या और तीव्र परिवर्तन; सेना का हस्तक्षेप; गृहयुद्ध।
- बाहरी आक्रमण: जर्मनिक जनजातियाँ और सासानी साम्राज्य।
- आर्थिक अव्यवस्था: कर वृद्धि, मुद्रास्फीति, व्यापारिक मंदी।
- सामाजिक परिणाम: शहरों का पतन, किसान पलायन, दासों की कमी।
- परिणाम: साम्राज्य कमजोर; सुधार लागू करने पड़े।
25. उत्तर प्राचीनकाल (Late Antiquity)
- ईसाई धर्म का राजनीतिक और सामाजिक उदय; चर्च सत्ता केंद्र।
- प्रशासनिक परिवर्तन: राजधानी कॉन्स्टेंटिनोपल; साम्राज्य विभाजन।
- अर्थव्यवस्था ग्रामीण आधार पर; व्यापार सीमित।
- समाज में नयी सांस्कृतिक परंपराएँ; शिक्षा और कानून में चर्च का प्रभाव।
- यह काल रोमन विश्व से मध्यकालीन यूरोप के संक्रमण का चरण था।
SECTION F – मानचित्र (4 अंक)
रोम, अलेक्ज़ान्द्रिया, कार्थेज, कॉन्स्टेंटिनोपल – सही अंकन पर 4 अंक।
