**इतिहास – कक्षा 11 (कोर्स A)
नमूना प्रश्नपत्र – अध्याय 1: प्रारम्भिक समाज (मेसोपोटामिया)**
समय: 3 घंटे | पूर्णांक: 80
**SECTION – A
(बहुविकल्पीय प्रश्न, प्रत्येक 1 अंक)**
प्र1. मेसोपोटामिया किन दो नदियों के बीच स्थित था?
a) नील और कांगो
b) टाइग्रिस और यूफ्रेटीस
c) सिंधु और गंगा
d) अमेज़न और नाइजर
उत्तर: b
प्र2. मेसोपोटामिया का अर्थ है—
a) पर्वतों की भूमि
b) नदियों के बीच की भूमि
c) उपजाऊ मैदान
d) समुद्र तटीय क्षेत्र
उत्तर: b
प्र3. मेसोपोटामिया में लेखन की पहली प्रणाली थी—
a) देवनागरी
b) चित्रलिपि
c) क्यूनिफॉर्म
d) फारसी लिपि
उत्तर: c
प्र4. उर, उरूक और लगाश किसके उदाहरण हैं?
a) धार्मिक ग्रंथ
b) नगर-राज्य
c) व्यापार मार्ग
d) कृषि तकनीक
उत्तर: b
प्र5. मेसोपोटामिया के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या था?
a) खनन
b) कृषि
c) समुद्री व्यापार
d) पशुपालन
उत्तर: b
**SECTION – B
(बहुत लघु उत्तरीय प्रश्न, 2 अंक)**
प्र6. मेसोपोटामिया की भौगोलिक विशेषताओं का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
- टाइग्रिस–यूफ्रेटीस नदियों ने उपजाऊ मिट्टी प्रदान की।
- सिंचाई और नहरों की व्यवस्था से कृषि का विकास हुआ।
- जल परिवहन से व्यापार फला-फूला।
प्र7. व्यापारिक मुहरों (seals) का क्या महत्व था?
उत्तर:
- व्यापारिक वस्तुओं की पहचान के लिए उपयोग होता था।
- ये सामाजिक और आर्थिक नियंत्रण का साधन थीं।
प्र8. ‘जिगुरैट’ क्या है?
उत्तर:
- बहु-स्तरीय ईंटों का ऊँचा धार्मिक ढांचा।
- मंदिर परिसर का भाग, जहाँ मुख्य देवता की मूर्ति रखी जाती थी।
प्र9. मेसोपोटामिया में उरूक शहर का महत्व बताइए।
उत्तर:
- नगर-नियोजन, कारीगरी और प्रशासन का प्रमुख केंद्र।
- लेखन और व्यापार के विकास का प्रारंभिक स्थान।
प्र10. ‘क्यूनिफॉर्म’ लिपि की एक विशेषता बताइए।
उत्तर:
- कील जैसे चिन्हों से मिट्टी की तख्तियों पर लिखी जाती थी।
**SECTION – C
(लघु उत्तरीय प्रश्न, 4 अंक)**
प्र11. मेसोपोटामिया में शहरीकरण के तीन प्रमुख कारण लिखिए।
उत्तर:
- सिंचाई आधारित कृषि से अधिशेष उत्पादन।
- व्यापार व कारीगरी के विकास से जनसंख्या का नगरों की ओर आकर्षण।
- प्रशासन, कर व्यवस्था और धार्मिक केंद्रों का नगरों में गठन।
प्र12. मेसोपोटामिया में लेखन के विकास की प्रक्रिया समझाइए।
उत्तर:
- प्रारंभ में चित्रों और प्रतीकों के रूप में वस्तुओं को दर्शाया गया।
- बाद में ये सरल होकर कील-नुमा चिन्ह बन गए जिन्हें क्यूनिफॉर्म कहा गया।
- लेखन मुख्यतः लेखा-जोखा, कर-सूची और व्यापारिक रिकॉर्ड के लिए विकसित हुआ।
- धीरे-धीरे साहित्य, कानून और शिक्षा तक विस्तारित हुआ।
प्र13. मेसोपोटामिया के नगरों में सामाजिक वर्गों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
- कुलीन व पुजारी – प्रशासन और धर्म का नियंत्रण।
- व्यापारी – व्यापार व कर संग्रह में महत्वपूर्ण भूमिका।
- कारीगर – धातु, मिट्टी, लकड़ी के सामान बनाते थे।
- मजदूर व दास – कृषि, नहर निर्माण और भारी श्रम।
प्र14. मेसोपोटामिया के सांस्कृतिक जीवन की दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
- धार्मिकता: बहुदेववाद, जिगुरैट मंदिर व अनुष्ठान।
- ज्ञान-विज्ञान: गणित, खगोल, कैलेंडर और लेखन में प्रगति।
**SECTION – D
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्न, 6 अंक)**
प्र15. मेसोपोटामिया के नगरों में जीवन की मुख्य विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
- सुव्यवस्थित सड़कें, नहरें और सार्वजनिक भवन।
- बाज़ार और व्यापारिक केंद्रों का विकास।
- कारीगरों के विशिष्ट बाज़ार – धातु, मिट्टी के बर्तन, वस्त्र आदि।
- धार्मिक केंद्र – जिगुरैट, मंदिर और अनुष्ठान।
- प्रशासनिक भवन – कर संग्रह, लेखा-जोखा और कानून व्यवस्था।
- आवासीय क्षेत्रों में सामाजिक वर्गों के अनुसार विभाजन।
प्र16. मेसोपोटामिया में लेखन के उपयोगों को विस्तृत रूप में समझाइए।
उत्तर:
- व्यापारिक दस्तावेज़, कर-सूची और अनाज भंडार का रिकॉर्ड रखने में।
- राजकीय आदेश, कानून और प्रशासनिक निर्णय लिखने में।
- धार्मिक ग्रंथ और मिथक संरक्षित करने में—जैसे गिलगमेश महाकाव्य।
- शिक्षा में – शिलालेखों का अभ्यास।
- साहित्यिक सृजन, गणना और खगोलीय अध्ययन में।
**SECTION – E
(मानचित्र प्रश्न, 4 अंक)**
प्र17. निम्नलिखित को मानचित्र पर अंकित करें –
(a) उर
(b) उरूक
(c) निप्पुर
(d) टाइग्रिस नदी
उत्तर:
किसी भी प्रमाणित मेसोपोटामिया मानचित्र पर उपयुक्त स्थानों पर अंकन स्वीकार्य।
उत्तर-सूची (Answer Key)
1-5: b, b, c, b, b
6. भौगोलिक कारण – नदी, मिट्टी, सिंचाई
7. व्यापारिक मुहरों का महत्त्व
8. जिगुरैट की परिभाषा
9. उरूक – प्रशासन व संस्कृति केंद्र
10. कील-नुमा लिपि
11-16: ऊपर दिए विस्तृत उत्तर (पूर्ण अंक)
17. मानचित्र अंकन
