कक्षा 11 – राजनीतिक विज्ञान CBSE (Course B)अध्याय 5 (sample paper)


🟩 कक्षा 11 – राजनीतिक विज्ञान (Course B)

अध्याय 5 – विकास के परिणाम

पूर्णांक – 40 | समय – 1 घंटा 30 मिनट


🧩 सामान्य निर्देश:

  1. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  2. प्रश्नों के अंक उनके सामने लिखे हैं।
  3. उत्तर संक्षिप्त और बिंदुवार लिखें।
  4. उदाहरण देने की आवश्यकता होने पर दें।

खंड – A (अति लघु उत्तरीय प्रश्न)

(प्रत्येक प्रश्न 1 अंक)


प्रश्न 1. विकास के परिणाम क्या हैं?
उत्तर: विकास के परिणाम वे वास्तविक सुधार हैं जो आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक नीतियों के माध्यम से लोगों के जीवन में आते हैं।


प्रश्न 2. भारत में गरीबी उन्मूलन के लिए एक सरकारी योजना का नाम बताइए।
उत्तर: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA)


प्रश्न 3. स्वास्थ्य परिणाम मापने के लिए सामान्य संकेतक कौन सा है?
उत्तर: शिशु मृत्यु दर (IMR)


प्रश्न 4. भारत की 1967 विकास नीति का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर: आधुनिककरण, औद्योगिक विकास, सामाजिक कल्याण और क्षेत्रीय असमानताओं का समाधान।


प्रश्न 5. विकास का एक सकारात्मक पर्यावरणीय परिणाम उदाहरण दीजिए।
उत्तर: नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग या सतत कृषि।


प्रश्न 6. शिक्षा से संबंधित विकास का एक सामाजिक परिणाम बताइए।
उत्तर: साक्षरता दर और स्कूल नामांकन में वृद्धि।


प्रश्न 7. समावेशी विकास का उद्देश्य क्या कम करना है?
उत्तर: असमानता और सामाजिक बहिष्कार।


प्रश्न 8. कौन-सी विकास नीति ने ग्रामीण विकास और रोजगार सृजन पर जोर दिया था?
उत्तर: 1971 विकास नीति


खंड – B (लघु उत्तरीय प्रश्न)

(प्रत्येक प्रश्न 2 अंक)


प्रश्न 9. भारत में विकास के दो आर्थिक परिणाम बताइए।
उत्तर:

  1. राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि।
  2. गरीबी स्तर में कमी; रोजगार और कल्याण योजनाओं से जीवन स्तर में सुधार।

प्रश्न 10. विकास के दो सामाजिक परिणाम बताइए।
उत्तर:

  1. साक्षरता दर में वृद्धि और शिक्षा तक पहुँच में सुधार।
  2. स्वास्थ्य परिणाम में सुधार जैसे जीवन प्रत्याशा में वृद्धि और शिशु मृत्यु दर में कमी।

प्रश्न 11. समतामूलक विकास परिणाम प्राप्त करने में दो चुनौतियाँ बताइए।
उत्तर:

  1. लाभों का असमान वितरण, शहरी और औद्योगिक आबादी को अधिक लाभ।
  2. SC/ST, अल्पसंख्यक और महिलाओं का सामाजिक बहिष्कार।

प्रश्न 12. विकास राजनीतिक स्थिरता को कैसे प्रभावित करता है?
उत्तर:

  • समावेशी विकास लोकतंत्र को मजबूत करता है और सामाजिक अशांति कम करता है।
  • लाभों का न्यायसंगत वितरण राजनीतिक भागीदारी और प्रतिनिधित्व बढ़ाता है।

प्रश्न 13. विकास के एक सकारात्मक और एक नकारात्मक पर्यावरणीय परिणाम बताइए।
उत्तर:

  • सकारात्मक: नवीकरणीय ऊर्जा अपनाना।
  • नकारात्मक: वनों की कटाई और प्रदूषण।

प्रश्न 14. विकास परिणामों की निगरानी क्यों आवश्यक है?
उत्तर:

  • सुनिश्चित करता है कि नीतियाँ प्रभावी हैं और लाभ सभी तक पहुँच रहे हैं।
  • शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कल्याण में अंतर को पहचानने में मदद करता है।

खंड – C (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

(प्रत्येक प्रश्न 4 अंक)


प्रश्न 15. भारत में विकास के आर्थिक परिणामों को समझाइए।
उत्तर:

  • राष्ट्रीय आय में वृद्धि: GDP और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि।
  • गरीबी में कमी: BPL जनसंख्या कम हुई; रोजगार और कल्याण योजनाओं ने जीवन स्तर सुधार किया।
  • रोजगार सृजन: औद्योगिकीकरण, सेवा क्षेत्र और उद्यमिता ने रोजगार के अवसर पैदा किए।
  • असमानता में कमी: प्रगतिशील कर, आरक्षण और सामाजिक कल्याण योजनाओं ने आय और क्षेत्रीय असमानताओं को कम किया।

प्रश्न 16. विकास के सामाजिक परिणामों पर चर्चा कीजिए।
उत्तर:

  • शिक्षा: साक्षरता में वृद्धि, स्कूल नामांकन में वृद्धि, लिंग समानता। कार्यक्रम: सर्व शिक्षा अभियान, मध्याह्न भोजन योजना।
  • स्वास्थ्य: जीवन प्रत्याशा में वृद्धि, IMR और MMR में कमी। कार्यक्रम: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, टीकाकरण अभियान।
  • सशक्तिकरण: महिलाओं का सशक्तिकरण, हाशिए पर रहने वाले समुदायों का समावेश, राजनीतिक भागीदारी। उदाहरण: पंचायत आरक्षण, छात्रवृत्तियाँ।

प्रश्न 17. विकास के पर्यावरणीय परिणाम और संतुलन की आवश्यकता को समझाइए।
उत्तर:

  • नकारात्मक परिणाम: वनों की कटाई, प्रदूषण, मिट्टी का क्षरण, जल संकट।
  • सकारात्मक परिणाम: नवीकरणीय ऊर्जा, हरित अवसंरचना, सतत कृषि।
  • संतुलन की आवश्यकता: विकास में आर्थिक वृद्धि के साथ पर्यावरणीय संसाधनों का संरक्षण आवश्यक है, ताकि सततता बनी रहे।

प्रश्न 18. भारत में 1951-1971 की विकास नीतियों का सारांश और उनके परिणाम बताइए।
उत्तर:

  • प्रथम योजना (1951-56): कृषि और सिंचाई पर जोर; परिणाम: बुनियादी ढांचा और खाद्य सुरक्षा।
  • द्वितीय योजना (1956-61): सार्वजनिक क्षेत्र और औद्योगिकीकरण; परिणाम: औद्योगिक विकास और रोजगार।
  • तृतीय योजना (1961-66): आत्मनिर्भरता और गरीबी उन्मूलन; परिणाम: मध्यम आर्थिक वृद्धि।
  • 1967 नीति: आधुनिककरण, सामाजिक कल्याण, क्षेत्रीय समानता।
  • 1971 नीति: ग्रामीण विकास, रोजगार सृजन, सामाजिक न्याय; परिणाम: लक्षित गरीबी उन्मूलन और समावेशी विकास।

खंड – D (निबंधात्मक प्रश्न)

(प्रत्येक प्रश्न 6 अंक)


प्रश्न 19. भारत में विकास परिणाम प्राप्त करने में मुख्य चुनौतियों का मूल्यांकन कीजिए।
उत्तर:

  • लाभों का असमान वितरण, शहरी और औद्योगिक क्षेत्रों को अधिक लाभ।
  • पिछड़े क्षेत्रों में गरीबी और बेरोजगारी बनी हुई।
  • SC/ST, अल्पसंख्यक और महिलाओं का सामाजिक बहिष्कार।
  • पर्यावरणीय क्षरण सततता को प्रभावित करता है।
  • क्षेत्रीय असमानताएँ असमान विकास का कारण।
  • निष्कर्ष: समावेशी नीतियाँ, निगरानी और लक्षित कार्यक्रम इन चुनौतियों को दूर करने में सहायक हैं।

प्रश्न 20. भारत में विकास परिणामों को बेहतर बनाने के उपाय सुझाइए।
उत्तर:

  1. लक्षित सामाजिक कार्यक्रम: हाशिए पर रहने वाले समूहों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण।
  2. समावेशी आर्थिक नीतियाँ: ग्रामीण रोजगार, श्रम-सघन उद्योग और SMEs को प्रोत्साहन।
  3. सतत विकास: नवीकरणीय ऊर्जा, हरित तकनीक, संरक्षण।
  4. निगरानी और मूल्यांकन: साक्षरता दर, जीवन प्रत्याशा, गरीबी दर, जिनी सूचकांक जैसे संकेतक।
  5. राजनीतिक भागीदारी: सभी वर्गों की योजना और शासन में भागीदारी सुनिश्चित करना।
  • निष्कर्ष: आर्थिक विकास, सामाजिक न्याय और सततता का संतुलित दृष्टिकोण प्रभावी विकास परिणाम सुनिश्चित करता है।

पूर्णांक वितरण सारणी

खंडप्रश्न का प्रकारप्रश्न संख्याप्रत्येक प्रश्न के अंककुल अंक
Aअति लघु उत्तर818
Bलघु उत्तर6212
Cदीर्घ उत्तर4416
Dनिबंधात्मक2612
कुल2040

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