CBSE कक्षा 11 राजनीति विज्ञान chapter:5 – सैंपल प्रश्न पत्र


CBSE कक्षा 11 राजनीति विज्ञान – सैंपल प्रश्न पत्र

अध्याय 5: विधानपालिका (संसद)
अधिकतम अंक: 80
समय: 3 घंटे

सामान्य निर्देश:

  1. सभी प्रश्नों के उत्तर दें।
  2. उत्तरों में उदाहरण देने की कोशिश करें।
  3. प्रत्येक प्रश्न के अंक दिए गए हैं।

भाग A: अति लघु उत्तर प्रश्न

(प्रत्येक 1 अंक, 8 × 1 = 8 अंक)

  1. ‘संसद’ शब्द का शाब्दिक अर्थ क्या है?
  2. भारतीय संसद के दो सदन कौन-कौन से हैं?
  3. लोकसभा का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?
  4. राज्यसभा की अध्यक्षता कौन करता है?
  5. संसद में किसी एक प्रकार का विधेयक बताइए।
  6. राज्यसभा की अधिकतम संख्या कितनी है?
  7. कानून बनाने के अलावा संसद का एक कार्य बताइए।
  8. प्रश्नकाल का उद्देश्य क्या है?

उत्तर – भाग A

  1. ‘संसद’ शब्द फ्रेंच शब्द parler से आया है, जिसका अर्थ है “बात करना।”
  2. लोकसभा और राज्यसभा।
  3. 5 वर्ष।
  4. भारत के उपराष्ट्रपति।
  5. सरकारी विधेयक / निजी सदस्य विधेयक।
  6. 250 सदस्य।
  7. कार्यपालिका का नियंत्रण / बहस और विचार-विमर्श / वित्तीय नियंत्रण / नागरिकों का प्रतिनिधित्व।
  8. सांसदों को मंत्रियों से सरकार की नीतियों और निर्णयों के बारे में प्रश्न पूछने की अनुमति।

भाग B: लघु उत्तर प्रश्न

(प्रत्येक 3–4 अंक, 6 × 3 = 18 अंक)

  1. भारत में द्विसदनीय विधानपालिका होने के दो कारण बताइए।
  2. राज्यसभा के तीन अधिकार लिखिए।
  3. लोकसभा के तीन कार्य लिखिए, कानून निर्माण के अलावा।
  4. वित्तीय विधेयक और संवैधानिक संशोधन विधेयक में अंतर बताइए।
  5. संसद कार्यपालिका को नियंत्रित करने के दो तरीके लिखिए।
  6. ‘विधानपालिका’ शब्द की परिभाषा दीजिए।

उत्तर – भाग B

  1. द्विसदनीय विधानपालिका के कारण:
    • राज्यसभा राज्यों का प्रतिनिधित्व करती है, जिससे संघीय संतुलन बना रहता है।
    • दो सदन कानूनों की समीक्षा और पुनर्विचार करते हैं, जिससे जल्दबाजी से बने कानूनों से बचा जा सके।
  2. राज्यसभा के अधिकार:
    • विधेयकों की समीक्षा करना और संशोधन सुझाना (वित्तीय विधेयक को छोड़कर)।
    • राष्ट्रीय आपातकाल में संसद को राज्य विषयों पर कानून बनाने की अनुमति देना।
    • संविधान में संशोधन के लिए लोकसभा के साथ भागीदारी।
  3. लोकसभा के कार्य (कानून निर्माण के अलावा):
    • अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से कार्यपालिका का नियंत्रण।
    • बजट और करों को मंजूरी देना।
    • नागरिकों का प्रतिनिधित्व।
    • राष्ट्रीय मुद्दों पर बहस करना।
  4. वित्तीय विधेयक और संवैधानिक संशोधन विधेयक में अंतर:
    • वित्तीय विधेयक: केवल लोकसभा में पेश किया जा सकता है; कर और सरकारी व्यय से संबंधित।
    • संवैधानिक संशोधन विधेयक: दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत से पारित; संविधान में संशोधन कर सकता है।
  5. संसद कार्यपालिका को नियंत्रित करने के तरीके:
    • प्रश्नकाल।
    • शून्यकाल।
    • बहस और चर्चा।
    • अविश्वास प्रस्ताव।
    • बजट और व्यय अनुमोदन के माध्यम से वित्तीय नियंत्रण।
  6. विधानपालिका की परिभाषा:
    • विधानपालिका वह अंग है जो कानून बनाती है, नागरिकों का प्रतिनिधित्व करती है और कार्यपालिका को नियंत्रित करती है।

भाग C: दीर्घ उत्तर प्रश्न

(प्रत्येक 5 अंक, 6 × 5 = 30 अंक)

  1. राज्यसभा की संरचना और कार्यकाल समझाइए।
  2. भारत में संसद कानून कैसे बनाती है? चरणबद्ध प्रक्रिया बताइए।
  3. लोकसभा के अधिकारों का वर्णन कीजिए।
  4. तीन तरीके बताइए जिनसे संसद स्वयं को नियंत्रित करती है।
  5. हमें संसद की आवश्यकता क्यों है? चार बिंदु दीजिए।
  6. राज्यसभा के कार्यों पर संक्षिप्त नोट लिखिए।

उत्तर – भाग C

  1. राज्यसभा की संरचना और कार्यकाल:
    • अधिकतम 250 सदस्य।
    • 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा साहित्य, विज्ञान, कला या समाज सेवा में योगदान के लिए मनोनीत।
    • बाकी सदस्य राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के विधानसभाओं द्वारा सापेक्ष प्रतिनिधित्व प्रणाली से चुने जाते हैं।
    • कार्यकाल 6 वर्ष, हर 2 साल में एक-तिहाई सदस्य सेवानिवृत्त।
  2. कानून बनाने की प्रक्रिया:
    • विधेयक पेश करना: किसी भी सदन में (वित्तीय विधेयक लोकसभा में)।
    • पहली पठन: उद्देश्य की सामान्य चर्चा।
    • दूसरी पठन: धारा-दर-धारा चर्चा; संशोधन।
    • तीसरी पठन: अंतिम बहस और मतदान।
    • अन्य सदन की मंजूरी।
    • राष्ट्रपति की स्वीकृति → कानून बन जाता है।
    • विशेष विधेयक: वित्तीय विधेयक लोकसभा में; संवैधानिक संशोधन दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत।
  3. लोकसभा के अधिकार:
    • कानून बनाना, जिसमें वित्तीय विधेयक शामिल।
    • अविश्वास प्रस्ताव द्वारा कार्यपालिका का नियंत्रण।
    • वित्तीय अधिकार: बजट, कर, व्यय अनुमोदन।
    • नागरिकों का प्रतिनिधित्व।
    • राष्ट्रीय मुद्दों पर बहस।
  4. संसद स्वयं को नियंत्रित करने के तरीके:
    • बहस और मतदान के नियम।
    • सभापति और उपसभापति द्वारा आदेश बनाए रखना।
    • समितियाँ: विभागीय, वित्तीय, अस्थायी।
    • अनुशासन: आचार संहिता, पोशाक, बैठने का तरीका।
    • मतदान प्रक्रिया: आवाज़, विभाजन या इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग।
  5. संसद की आवश्यकता:
    • देश के लिए कानून बनाना।
    • नागरिकों का प्रतिनिधित्व करना।
    • कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करना।
    • सरकार के व्यय और बजट को अनुमोदित करना।
    • नीतियों और राष्ट्रीय मुद्दों पर बहस करना।
  6. राज्यसभा के कार्य:
    • विधायी: विधेयकों की समीक्षा और संशोधन सुझाव।
    • संविधान संशोधन: लोकसभा के साथ भागीदारी।
    • संघीय प्रतिनिधित्व: राज्यों की आवाज़ पहुंचाना।
    • कार्यपालिका पर नियंत्रण: मंत्रियों से प्रश्न और बहस।
    • राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान विशेष अधिकार।

भाग D: केस-आधारित / अनुप्रयोग प्रश्न

(एक प्रश्न, 8 अंक)

  1. केस स्टडी:
    सरकार नई कर सुधार लागू करना चाहती है। वित्त मंत्री यह विधेयक लोकसभा में प्रस्तुत करते हैं। राज्यसभा इसमें कुछ सुझाव देती है, पर इसे अस्वीकार नहीं कर सकती। अंत में विधेयक राष्ट्रपति को स्वीकृति के लिए भेजा जाता है।
    • इस विधेयक का प्रकार बताइए।
    • राज्यसभा इसे क्यों अस्वीकार नहीं कर सकती?
    • इस विधेयक के कानून बनने की प्रक्रिया चरणबद्ध बताइए।

उत्तर – भाग D

  • विधेयक का प्रकार: वित्तीय विधेयक
  • कारण: संविधान के अनुसार, वित्तीय विधेयक केवल लोकसभा से पारित होता है; राज्यसभा केवल सुझाव दे सकती है।
  • कानून बनने की प्रक्रिया:
    1. लोकसभा में प्रस्तुत।
    2. पहली पठन: उद्देश्य चर्चा।
    3. दूसरी पठन: धारा-दर-धारा चर्चा और संशोधन।
    4. तीसरी पठन: अंतिम बहस और मतदान।
    5. राज्यसभा: सुझाव पर विचार।
    6. लोकसभा में पुनः पारित (यदि आवश्यक)।
    7. राष्ट्रपति की स्वीकृति → कानून बनता है।

अंक वितरण सारांश:

  • भाग A: 8 × 1 = 8 अंक
  • भाग B: 6 × 3 = 18 अंक
  • भाग C: 6 × 5 = 30 अंक
  • भाग D: 1 × 8 = 8 अंक
  • कुल = 80 अंक

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