🔷 परिचय (Introduction)
हमारे आस-पास के पदार्थ दो प्रकार के होते हैं:
- शुद्ध पदार्थ (Pure Substance)
- अशुद्ध पदार्थ / मिश्रण (Mixture)
यह अध्याय समझाता है कि कौन-से पदार्थ शुद्ध हैं, कौन-से मिश्रण हैं और उन्हें कैसे पहचाना और अलग किया जा सकता है।
🧊 1. शुद्ध पदार्थ क्या है?
📌 परिभाषा:
वह पदार्थ जिसमें केवल एक ही प्रकार के कण (atoms या molecules) होते हैं, उसे शुद्ध पदार्थ कहा जाता है।
🔹 उदाहरण:
- ताँबा (Cu)
- जल (H₂O)
- ऑक्सीजन गैस (O₂)
- शुद्ध चीनी
🧪 2. अशुद्ध पदार्थ या मिश्रण (Mixtures)
📌 परिभाषा:
जब दो या दो से अधिक पदार्थ बिना किसी रासायनिक अभिक्रिया के मिलते हैं, तो उसे मिश्रण कहते हैं।
🔹 उदाहरण:
- हवा (Air)
- समुद्री जल
- मिट्टी
- दूध
- चाय
🔍 3. मिश्रण के प्रकार
➤ (A) समांगी मिश्रण (Homogeneous Mixture)
📌 जिस मिश्रण में सभी घटक एकसमान रूप से मिलते हैं और अलग-अलग नहीं दिखते, उसे समांगी मिश्रण कहते हैं।
उदाहरण:
- नमक घोल (Salt solution)
- चीनी पानी
- हवा
➤ (B) विषमांगी मिश्रण (Heterogeneous Mixture)
📌 जिस मिश्रण में घटक अलग-अलग दिखाई देते हैं, उसे विषमांगी मिश्रण कहते हैं।
उदाहरण:
- तेल और जल
- रेत और लोहे की बुरादी
- दूध और पानी का मिश्रण
🧬 4. तत्व और यौगिक (Elements and Compounds)
✅ तत्व (Element):
- एक ही प्रकार के परमाणुओं से बना होता है।
- रासायनिक विधि से सरल नहीं किया जा सकता।
उदाहरण: हाइड्रोजन (H), ऑक्सीजन (O), ताँबा (Cu), लोहा (Fe)
✅ यौगिक (Compound):
- दो या दो से अधिक तत्व रासायनिक रूप से मिलते हैं।
- निश्चित अनुपात में होते हैं।
- रासायनिक विधि द्वारा ही घटकों में विभाजित हो सकते हैं।
उदाहरण: जल (H₂O), कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), अमोनिया (NH₃)
🔬 5. मिश्रण और यौगिक में अंतर
विशेषता | मिश्रण | यौगिक |
---|---|---|
संघटन | कोई निश्चित अनुपात नहीं | निश्चित अनुपात |
घटक | आसानी से अलग हो सकते हैं | रासायनिक विधि से ही अलग |
गुण | घटकों के गुण रहते हैं | नए गुण उत्पन्न होते हैं |
🧪 6. मिश्रण को अलग करने की विधियाँ (Separation Techniques)
NCERT में दी गई महत्वपूर्ण विधियाँ:
🔹 (1) छानना (Filtration):
ठोस और द्रव को अलग करने के लिए।
Ex: चाय छानना।
🔹 (2) वाष्पन (Evaporation):
द्रव को उड़ाकर ठोस पदार्थ प्राप्त करना।
Ex: समुद्री जल से नमक।
🔹 (3) छंटाई (Handpicking):
बड़े आकार के घटकों को हाथ से अलग करना।
🔹 (4) चुंबकत्व (Magnetic Separation):
लोहे जैसी चुंबकीय चीजों को अलग करना।
Ex: रेत से लोहे की बुरादी।
🔹 (5) विभाजन द्वारा शुद्धिकरण (Crystallization):
ठोस पदार्थ को शुद्ध करने की प्रक्रिया।
Ex: शुद्ध नमक बनाना।
✅ Note: क्रिस्टलीकरण विधि वाष्पन से बेहतर होती है क्योंकि यह अशुद्धियों को बेहतर ढंग से हटाती है।
🧪 7. घोल (Solution), कोलॉइड, निलंबन (Suspension)
✅ (1) घोल (Solution)
📌 एक समांगी मिश्रण जिसमें विलायक (solvent) और विलेय (solute) होते हैं।
- चीनी + पानी = घोल
- पारदर्शी (Transparent)
- तलछट नहीं बनती
✅ (2) कोलॉइड (Colloid)
📌 एक विशेष प्रकार का मिश्रण जिसमें कण बहुत छोटे होते हैं, परन्तु प्रकाश को अपवर्तित करते हैं।
- दूध, धुंध, क्रीम
- टिंडल प्रभाव दिखता है
- तलछट नहीं बनती
✅ (3) निलंबन (Suspension)
📌 एक विषमांगी मिश्रण जिसमें ठोस कण द्रव में निलंबित रहते हैं।
- रेत + पानी
- टिंडल प्रभाव दिखता है
- तलछट बनती है
🧪 8. टिंडल प्रभाव (Tyndall Effect)
📌 जब कोलॉइड या निलंबन पर प्रकाश डाला जाता है, तो प्रकाश की किरणें दृश्य होती हैं – इसे टिंडल प्रभाव कहते हैं।
उदाहरण:
- कमरे में धूल पर सूरज की किरणें
- कार की लाइट कोहरे में
📘 NCERT आधारित गतिविधियाँ और निष्कर्ष:
- क्रिस्टलीकरण प्रक्रिया (पृष्ठ 20):
- गंदे नमक को जल में घोलना
- छानना
- वाष्पन
- ठंडा करने पर शुद्ध क्रिस्टल मिलते हैं।
- कोलॉइड में टिंडल प्रभाव (पृष्ठ 22):
- टॉर्च की रोशनी दूध वाले पानी में पड़ने पर किरणें स्पष्ट दिखती हैं।
🧠 संक्षेप में याद करने की ट्रिक (PURES):
- P – Pure Substance
- U – Uniform (Homogeneous)
- R – Rasaayanik (Compound)
- E – Elements
- S – Separation Methods