कक्षा 9 विज्ञान शुद्ध पदार्थ नोट्स



🔷 परिचय (Introduction)

हमारे आस-पास के पदार्थ दो प्रकार के होते हैं:

  1. शुद्ध पदार्थ (Pure Substance)
  2. अशुद्ध पदार्थ / मिश्रण (Mixture)

यह अध्याय समझाता है कि कौन-से पदार्थ शुद्ध हैं, कौन-से मिश्रण हैं और उन्हें कैसे पहचाना और अलग किया जा सकता है।


🧊 1. शुद्ध पदार्थ क्या है?

📌 परिभाषा:

वह पदार्थ जिसमें केवल एक ही प्रकार के कण (atoms या molecules) होते हैं, उसे शुद्ध पदार्थ कहा जाता है।

🔹 उदाहरण:

  • ताँबा (Cu)
  • जल (H₂O)
  • ऑक्सीजन गैस (O₂)
  • शुद्ध चीनी

🧪 2. अशुद्ध पदार्थ या मिश्रण (Mixtures)

📌 परिभाषा:

जब दो या दो से अधिक पदार्थ बिना किसी रासायनिक अभिक्रिया के मिलते हैं, तो उसे मिश्रण कहते हैं।

🔹 उदाहरण:

  • हवा (Air)
  • समुद्री जल
  • मिट्टी
  • दूध
  • चाय

🔍 3. मिश्रण के प्रकार

(A) समांगी मिश्रण (Homogeneous Mixture)

📌 जिस मिश्रण में सभी घटक एकसमान रूप से मिलते हैं और अलग-अलग नहीं दिखते, उसे समांगी मिश्रण कहते हैं।

उदाहरण:

  • नमक घोल (Salt solution)
  • चीनी पानी
  • हवा

(B) विषमांगी मिश्रण (Heterogeneous Mixture)

📌 जिस मिश्रण में घटक अलग-अलग दिखाई देते हैं, उसे विषमांगी मिश्रण कहते हैं।

उदाहरण:

  • तेल और जल
  • रेत और लोहे की बुरादी
  • दूध और पानी का मिश्रण

🧬 4. तत्व और यौगिक (Elements and Compounds)

तत्व (Element):

  • एक ही प्रकार के परमाणुओं से बना होता है।
  • रासायनिक विधि से सरल नहीं किया जा सकता।

उदाहरण: हाइड्रोजन (H), ऑक्सीजन (O), ताँबा (Cu), लोहा (Fe)


यौगिक (Compound):

  • दो या दो से अधिक तत्व रासायनिक रूप से मिलते हैं।
  • निश्चित अनुपात में होते हैं।
  • रासायनिक विधि द्वारा ही घटकों में विभाजित हो सकते हैं।

उदाहरण: जल (H₂O), कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), अमोनिया (NH₃)


🔬 5. मिश्रण और यौगिक में अंतर

विशेषतामिश्रणयौगिक
संघटनकोई निश्चित अनुपात नहींनिश्चित अनुपात
घटकआसानी से अलग हो सकते हैंरासायनिक विधि से ही अलग
गुणघटकों के गुण रहते हैंनए गुण उत्पन्न होते हैं

🧪 6. मिश्रण को अलग करने की विधियाँ (Separation Techniques)

NCERT में दी गई महत्वपूर्ण विधियाँ:


🔹 (1) छानना (Filtration):

ठोस और द्रव को अलग करने के लिए।
Ex: चाय छानना।


🔹 (2) वाष्पन (Evaporation):

द्रव को उड़ाकर ठोस पदार्थ प्राप्त करना।
Ex: समुद्री जल से नमक।


🔹 (3) छंटाई (Handpicking):

बड़े आकार के घटकों को हाथ से अलग करना।


🔹 (4) चुंबकत्व (Magnetic Separation):

लोहे जैसी चुंबकीय चीजों को अलग करना।
Ex: रेत से लोहे की बुरादी।


🔹 (5) विभाजन द्वारा शुद्धिकरण (Crystallization):

ठोस पदार्थ को शुद्ध करने की प्रक्रिया।
Ex: शुद्ध नमक बनाना।

Note: क्रिस्टलीकरण विधि वाष्पन से बेहतर होती है क्योंकि यह अशुद्धियों को बेहतर ढंग से हटाती है।


🧪 7. घोल (Solution), कोलॉइड, निलंबन (Suspension)


(1) घोल (Solution)

📌 एक समांगी मिश्रण जिसमें विलायक (solvent) और विलेय (solute) होते हैं।

  • चीनी + पानी = घोल
  • पारदर्शी (Transparent)
  • तलछट नहीं बनती

(2) कोलॉइड (Colloid)

📌 एक विशेष प्रकार का मिश्रण जिसमें कण बहुत छोटे होते हैं, परन्तु प्रकाश को अपवर्तित करते हैं।

  • दूध, धुंध, क्रीम
  • टिंडल प्रभाव दिखता है
  • तलछट नहीं बनती

(3) निलंबन (Suspension)

📌 एक विषमांगी मिश्रण जिसमें ठोस कण द्रव में निलंबित रहते हैं।

  • रेत + पानी
  • टिंडल प्रभाव दिखता है
  • तलछट बनती है

🧪 8. टिंडल प्रभाव (Tyndall Effect)

📌 जब कोलॉइड या निलंबन पर प्रकाश डाला जाता है, तो प्रकाश की किरणें दृश्य होती हैं – इसे टिंडल प्रभाव कहते हैं।

उदाहरण:

  • कमरे में धूल पर सूरज की किरणें
  • कार की लाइट कोहरे में

📘 NCERT आधारित गतिविधियाँ और निष्कर्ष:

  1. क्रिस्टलीकरण प्रक्रिया (पृष्ठ 20):
    • गंदे नमक को जल में घोलना
    • छानना
    • वाष्पन
    • ठंडा करने पर शुद्ध क्रिस्टल मिलते हैं।
  2. कोलॉइड में टिंडल प्रभाव (पृष्ठ 22):
    • टॉर्च की रोशनी दूध वाले पानी में पड़ने पर किरणें स्पष्ट दिखती हैं।


🧠 संक्षेप में याद करने की ट्रिक (PURES):

  • P – Pure Substance
  • U – Uniform (Homogeneous)
  • R – Rasaayanik (Compound)
  • E – Elements
  • S – Separation Methods

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