🔷 1. प्रस्तावना (Introduction)
हम जानते हैं कि पदार्थ अणुओं और परमाणुओं से बना होता है। लेकिन एक परमाणु अंदर से कैसा दिखता है? उसमें कौन-कौन से कण होते हैं? – यही इस अध्याय में पढ़ते हैं।
🔹 2. परमाणु का इतिहास (History of Atomic Models)
(A) डाल्टन का परमाणु सिद्धांत (John Dalton – 1808)
मुख्य बिंदु:
- पदार्थ अति सूक्ष्म कणों (Atoms) से मिलकर बना है।
- परमाणु अविभाज्य होते हैं।
- एक तत्व के सभी परमाणु एक जैसे होते हैं।
- रासायनिक अभिक्रियाओं में परमाणु केवल पुन: संयोजित होते हैं।
🔴 कमियाँ:
बाद में यह सिद्ध हुआ कि परमाणु अविभाज्य नहीं हैं, उसमें इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन आदि कण होते हैं।
🔹 3. परमाणु के उपकण (Sub-atomic Particles)
कण | प्रतीक | आवेश | द्रव्यमान |
---|---|---|---|
इलेक्ट्रॉन | e⁻ | -1 | नगण्य (9.1 × 10⁻³¹ kg) |
प्रोटॉन | p⁺ | +1 | 1.672 × 10⁻²⁷ kg |
न्यूट्रॉन | n⁰ | 0 | 1.675 × 10⁻²⁷ kg |
🔹 4. थॉमसन का मॉडल (J.J. Thomson – 1897)
📌 प्लम पुडिंग मॉडल / तरबूज मॉडल
- परमाणु में धनावेशित द्रव्य होता है जिसमें ऋणावेशित इलेक्ट्रॉन फैले होते हैं।
- जैसे तरबूज में काले बीज।
❌ कमियाँ:
- यह नहीं समझा पाया कि धनावेश और ऋणावेश स्थिर कैसे रहते हैं।
🔹 5. रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल (Ernest Rutherford – 1911)
🧪 प्रयोग: सोने की पन्नी पर α-कणों की बौछार
🔍 परिणाम:
- अधिकतर कण सीधे निकल गए।
- कुछ थोड़े-बहुत मुड़ गए।
- बहुत कम वापस लौटे।
📌 निष्कर्ष:
- परमाणु का अधिकांश भाग रिक्त है।
- केंद्र में नाभिक (Nucleus) है, जिसमें धनावेश है।
- इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर घूमते हैं।
❌ कमियाँ:
- इलेक्ट्रॉन घूमते हुए ऊर्जा क्यों नहीं खोते और नाभिक में क्यों नहीं गिरते?
🔹 6. बोहर का परमाणु मॉडल (Niels Bohr – 1913)
📘 मुख्य बिंदु:
- इलेक्ट्रॉन निर्दिष्ट कक्षाओं/शेल्स में घूमते हैं।
- ये शेल्स K, L, M, N… कहलाते हैं।
- जब इलेक्ट्रॉन एक कक्षा से दूसरी कक्षा में जाते हैं, तो ऊर्जा का उत्सर्जन/अवशोषण होता है।
🔹 7. इलेक्ट्रॉन की व्यवस्था (Electronic Configuration)
🔢 कक्षा में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या:
➡️ सूत्र: 2n²
(जहाँ n = कक्षा संख्या)
कक्षा | नाम | अधिकतम इलेक्ट्रॉन |
---|---|---|
1 | K | 2 |
2 | L | 8 |
3 | M | 18 |
4 | N | 32 |
🔹 8. परमाणु संख्या, द्रव्यमान संख्या और समस्थानिक
✅ (1) परमाणु संख्या (Atomic Number – Z):
= नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन की संख्या
📌 उदाहरण: हाइड्रोजन का Z = 1
✅ (2) द्रव्यमान संख्या (Mass Number – A):
= प्रोटॉन + न्यूट्रॉन
📌 उदाहरण:
कार्बन → Z = 6, N = 6 → A = 12
✅ (3) समस्थानिक (Isotopes):
- एक ही तत्व के वे परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान लेकिन द्रव्यमान संख्या अलग हो।
उदाहरण:
- हाइड्रोजन के समस्थानिक:
- प्रोटियम (H-1), ड्यूटेरियम (H-2), ट्रिटियम (H-3)
🔍 उपयोग:
- कोबाल्ट-60 → कैंसर इलाज
- कार्बन-14 → पुरातत्व की आयु माप
✅ (4) समभारिक (Isobars):
- वे परमाणु जिनकी द्रव्यमान संख्या समान लेकिन परमाणु संख्या अलग हो।
उदाहरण:
- Ca-40 और Ar-40
🧠 9. प्रतीकात्मक निरूपण (Symbolic Representation)
👉 किसी तत्व को इस तरह दर्शाया जाता है:
Xₐᶻ
जहाँ:
- X = तत्व
- Z = परमाणु संख्या
- A = द्रव्यमान संख्या
उदाहरण:
₆¹²C → कार्बन
₁¹H → हाइड्रोजन
📝 संक्षेप में याद रखने की ट्रिक (APE MAN):
शब्द | अर्थ |
---|---|
A | Mass Number (द्रव्यमान संख्या) |
P | Number of Protons |
E | Number of Electrons |
M | Mass Number – Atomic Number = Neutrons |
A = P | Atomic Number = Protons |
✅ अध्याय का सारांश (Summary):
- परमाणु में 3 मुख्य कण होते हैं।
- रदरफोर्ड और बोहर ने परमाणु की संरचना को बेहतर समझाया।
- परमाणु संख्या और द्रव्यमान संख्या बहुत महत्वपूर्ण हैं।
- समस्थानिक और समभारिक की अवधारणाएँ विज्ञान और चिकित्सा में उपयोगी हैं।