🏛️ I. यूरोप में राष्ट्रवाद का विकास
🔵 राष्ट्रवाद क्या है?
- राष्ट्रवाद एक ऐसी भावना है, जिसमें लोग एक साझा पहचान, संस्कृति, भाषा, इतिहास और परंपराओं के आधार पर एक राष्ट्र बनने की भावना रखते हैं।
- 19वीं सदी में यह भावना तीव्र हुई जब लोगों ने स्वतंत्रता, समानता और एकता की मांग शुरू की।
🟢 फ्रांसीसी क्रांति (1789):
- यह राष्ट्रवाद का पहला स्पष्ट उदाहरण था।
- जनता ने राजा से संप्रभुता छीन कर खुद को सर्वोच्च घोषित किया।
- ‘ला पैत्री’ (पितृभूमि) और ‘ले सित्वोयाँ’ (नागरिक) जैसे नए प्रतीक अपनाए गए।
- त्रिरंगा झंडा अपनाया गया, जो आज फ्रांस का राष्ट्रीय ध्वज है।
- नैपोलियन ने इन विचारों को यूरोप भर में फैलाया।
🔴 फ्रांसीसी क्रांति का प्रभाव:
- सामंती व्यवस्था समाप्त की गई।
- पूरे फ्रांस में एक समान कानून, मापन प्रणाली और मुद्रा लागू की गई।
- स्वतंत्रता और समानता के विचारों ने अन्य देशों में भी राष्ट्रवाद को प्रेरित किया।
🟠 नेपोलियन और उसका विरोध:
- नेपोलियन ने प्रशासनिक सुधार किए, लेकिन उसकी सैन्य विजय ने विदेशी आक्रमणकारी की भावना को जन्म दिया।
- इससे विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय चेतना विकसित हुई।
🟣 उदारवाद का महत्व:
- उदारवाद का अर्थ है व्यक्तिगत स्वतंत्रता और कानून के समक्ष समानता।
- आर्थिक दृष्टि से इसका मतलब है व्यापार की स्वतंत्रता और राज्य की बाधाओं से मुक्ति।
- मध्यम वर्ग ने राष्ट्र की एकता और संविधान आधारित सरकार की मांग की।
🟡 1815 के बाद की रुढ़िवादिता:
- नेपोलियन की हार के बाद यूरोपीय शक्तियां वियना सम्मेलन (1815) में मिलीं।
- ऑस्ट्रिया के मेटरनिख के नेतृत्व में राजशाही की पुनः स्थापना की गई।
- राष्ट्रवाद और उदारवाद को दबाने की कोशिश की गई लेकिन लोगों की इच्छाएं और भी प्रबल हो गईं।
🔵 जुसेपे मैज़िनी और यंग इटली:
- इटली के क्रांतिकारी जिन्होंने ‘यंग इटली’ संगठन की स्थापना की।
- मानते थे कि राष्ट्र ईश्वर की रचना हैं और प्रत्येक राष्ट्र को स्वतंत्र और गणराज्य होना चाहिए।
- राजतंत्र के कट्टर विरोधी थे।
🟢 गुप्त क्रांतिकारी संगठन:
- राष्ट्रवादी युवाओं ने गुप्त समाजों का निर्माण किया।
- इनका उद्देश्य था राजशाही का विरोध और लोगों में राष्ट्रवाद की भावना फैलाना।
🏞️ II. यूरोप में एकीकरण की क्रांतियाँ
🔴 इटली का एकीकरण:
- इटली कई छोटे-छोटे राज्यों में बंटा हुआ था, जिन पर अलग-अलग विदेशी शक्तियों का नियंत्रण था।
- सार्डीनिया-पीडमॉन्ट के राजा विक्टर इमैनुएल द्वितीय ने एकीकरण का नेतृत्व किया।
- काउंट कैवूर, जो प्रधानमंत्री थे, उन्होंने राजनयिक नीति और सैन्य बल से उत्तर इटली को एक किया।
- गैरीबाल्डी ने ‘रेड शर्ट्स’ सेना के साथ दक्षिण इटली को जोड़ा।
- 1861 में इटली एकीकृत हुआ, और 1870 में रोम इसकी राजधानी बनी।
🟠 जर्मनी का एकीकरण:
- जर्मनी में 39 राज्य थे, जो जर्मन परिसंघ में शामिल थे।
- प्रशिया ने नेतृत्व किया और प्रधानमंत्री ओटो वॉन बिस्मार्क ने ‘ब्लड एंड आयरन’ नीति अपनाई।
- तीन युद्ध लड़े गए:
- डेनमार्क युद्ध (1864)
- ऑस्ट्रो-प्रशियन युद्ध (1866)
- फ्रांको-प्रशियन युद्ध (1870-71)
- 1871 में जर्मनी का एकीकरण हुआ और कैसर विलियम प्रथम जर्मन सम्राट बने।
🟣 ब्रिटेन का एकीकरण:
- यह क्रांति से नहीं बल्कि संसद के माध्यम से हुआ।
- 1707 का संघ अधिनियम (Act of Union) से इंग्लैंड और स्कॉटलैंड एकीकृत हुए।
- आयरलैंड को बलपूर्वक ब्रिटेन में शामिल किया गया।
- ब्रिटिश पहचान को बढ़ावा देने के लिए झंडा, राष्ट्रगान और अंग्रेज़ी भाषा का प्रयोग किया गया।
🟡 संस्कृति और राष्ट्रवाद:
- रोमांटिकतावाद एक सांस्कृतिक आंदोलन था जिसमें भावनाओं, लोककथाओं, गीतों और कला के माध्यम से राष्ट्रवाद को दर्शाया गया।
- ग्रिम ब्रदर्स ने जर्मन लोककथाएं एकत्र कीं।
- त्योहार, लोक नृत्य और संगीत ने राष्ट्रीय पहचान को मजबूती दी।
🔵 भाषा का महत्व:
- भाषा एकता का माध्यम बनी।
- पोलैंड में रूसी शासन के दौरान पोलिश भाषा पर रोक लगा दी गई, तो लोगों ने चर्चों में पोलिश भाषा का प्रयोग कर विरोध किया।
🟢 आर्थिक राष्ट्रवाद:
- ज़ोलवेरिन (1834) जर्मनी का एक सीमा शुल्क संघ था।
- इससे व्यापार की बाधाएं हटीं और एक आर्थिक एकता बनी।
- इससे राष्ट्रवाद को बल मिला।
🔴 1848 की क्रांतियाँ:
- पूरे यूरोप में मध्यम वर्ग और श्रमिकों ने क्रांति की।
- वे चाहते थे:
- संवैधानिक सरकार
- आम मताधिकार
- प्रेस की स्वतंत्रता
- अधिकतर क्रांतियाँ असफल रहीं, लेकिन उन्होंने आगे के राष्ट्रवादी आंदोलनों की नींव रखी।
🟠 राष्ट्रवाद में महिलाओं की भागीदारी:
- महिलाएं भी रैलियों, लेखन, गीतों और प्रतीकों के माध्यम से सक्रिय रहीं।
- हालांकि उन्हें राजनीतिक अधिकार नहीं मिले।
🟣 बाल्कन क्षेत्र और राष्ट्रवाद:
- दक्षिण-पूर्व यूरोप का यह क्षेत्र जातीय विविधता से भरा था।
- यहाँ सर्बिया, बुल्गारिया, ग्रीस, रोमानिया जैसे देश थे।
- ऑटोमन साम्राज्य के अधीन थे।
- जैसे-जैसे राष्ट्रवाद बढ़ा, हर जाति ने स्वतंत्रता की मांग की।
- क्षेत्र को कहा गया – “यूरोप का बारूद का ढेर”।
🟡 राष्ट्रवाद से साम्राज्यवाद:
- 19वीं सदी के उत्तरार्ध में राष्ट्रवाद आक्रामक रूप लेता गया।
- शक्तिशाली राष्ट्रों ने कॉलोनियों पर अधिकार जमाना शुरू किया।
- प्रतिस्पर्धा, घृणा और तनाव ने अंततः प्रथम विश्व युद्ध को जन्म दिया।
🔵 राष्ट्र का चित्रण (अलैगॉरी):
- राष्ट्रों को महिला रूप में दर्शाया गया।
- फ्रांस: मैरिएन (स्वतंत्रता और न्याय की देवी)।
- जर्मनी: जर्मानिया (तलवार, ताज, कवच वाली महिला)।
- मुद्राओं, डाक टिकटों और चित्रों में इनका उपयोग हुआ।
🧠 परीक्षा के लिए मुख्य बिंदु (Key Takeaways)
🟠 राष्ट्रवाद एक सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक आंदोलन था।
🟣 फ्रांसीसी क्रांति से राष्ट्रवाद की शुरुआत मानी जाती है।
🟡 जर्मनी और इटली का एकीकरण सैन्य शक्ति और रणनीति का उदाहरण है।
🔵 भाषा, संस्कृति और लोककथाएं राष्ट्रीय भावना को मजबूत करती हैं।
🟢 बाल्कन क्षेत्र में विविधता के कारण राष्ट्रवाद ने टकराव का रूप ले लिया।
🔴 अंततः राष्ट्रवाद साम्राज्यवाद में परिवर्तित हो गया और युद्धों का कारण बना।
📚 महत्वपूर्ण शब्दावली (Keywords)
- राष्ट्रवाद – एकता और पहचान की भावना।
- उदारवाद – स्वतंत्रता, समानता और जनहित की विचारधारा।
- रूढ़िवाद – परंपराओं और राजतंत्र का समर्थन।
- एकीकरण – कई राज्यों का एक राष्ट्र में विलय।
- ज़ोलवेरिन – सीमा शुल्क संघ।
- अलैगॉरी – किसी विचार का प्रतीकात्मक चित्रण।
- रोमांटिकतावाद – भावनाओं और परंपराओं को महत्व देने वाला आंदोलन।
- बाल्कन क्षेत्र – दक्षिण-पूर्व यूरोप का विविध सांस्कृतिक इलाका।
📝 अतिरिक्त बिंदु (One Liners)
🔵 मैज़िनी ने यंग इटली की स्थापना 1831 में की।
🟢 नैपोलियन का सिविल कोड 1804 में आया।
🔴 वियना सम्मेलन 1815 में हुआ।
🟠 बिस्मार्क की नीति थी “ब्लड एंड आयरन”।
🟣 ग्रिम ब्रदर्स ने जर्मन लोककथाएं संग्रहित कीं।
🟡 1707 का संघ अधिनियम इंग्लैंड और स्कॉटलैंड को एक करता है।